Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 04, 2025, 08:00 IST
Nainital News: नैनीताल के मल्लीताल में गांधी आश्रम स्थित है. यहां आपको बंगाल की खास सिल्क, बनारसी, कांथा, पटोला और कई वैरायटी की साड़ियां मिल जाएंगी. खास बात ये है कि इन साड़ियों की कढ़ाई को हाथों से तैयार किया...और पढ़ें
नैनीताल के गांधी आश्रम में आपको बंगाल की खास सिल्क की साड़ियां मिल जाएगी
हाइलाइट्स
- नैनीताल में गांधी आश्रम पर बंगाल की खास साड़ियाँ मिलती हैं.
- साड़ियों की कढ़ाई हाथों से की जाती है, जिससे ये आकर्षक डिज़ाइन में मिलती हैं.
- साड़ियों की कीमत 4500 रुपए से शुरू होती है, बालूचरी साड़ी 16-23 हजार तक.
नैनीताल: उत्तराखंड का नैनीताल अपनी अद्भुत छटा के साथ ही यहां के फैशन के लिए भी जाना जाता है. वैसे तो यहां आपको कई तरह के फैशनेबल कपड़े मिल जाएंगे, लेकिन नैनीताल में एक दुकान ऐसी है, जहां आपको बंगाल समेत बनारसी फैशनेबल साड़ियां मिल जाएंगी. इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है, ऐसे में ये आकर्षक डिजाइनों की साड़ियां आपके लुक को और भी ज्यादा अच्छा बना देंगी.
नैनीताल के मल्लीताल में गांधी आश्रम स्थित है. यहां आपको बंगाल की खास सिल्क, बनारसी, कांथा, पटोला और कई वैरायटी की साड़ियां मिल जाएंगी. खास बात ये है कि इन साड़ियों की कढ़ाई को खास हाथों से तैयार किया जाता है. जिसके बाद ये साड़ियां आकर्षक डिजाइनों में आपको एक बेहतरीन लुक देती हैं. यहां खरीदारों की भीड़ लगी रहती है.
गांधी आश्रम के मैनेजर ने बताया
नैनीताल स्थित गांधी आश्रम के मैनेजर दलीप सिंह भाकुनी बताते हैं कि गांधी आश्रम में आपको कई तरह की साड़ियां मिल जाएंगी. जिनमें बंगाल की खास रेशम की साड़ी, प्लेन साड़ियां और बालूचरी साड़ी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इन साड़ियों को खास हाथों से तैयार किया जाता है. साथ ही हाथों से बारीक कढ़ाई की जाती है. इसको बनाने में 15 से 20 दिनों का समय लगता है.
हाथों से तैयार होती हैं ये साड़ियां
उन्होंने बताया कि उनके पास कई रंगों में प्लेन साड़ियां उपलब्ध हैं. इसके अलावा उनके पास उपलब्ध खास कांथा साड़ी को भी हाथों से तैयार किया जाता है. इसमें सुई की कढ़ाई, इंटर लॉक, सुई धागे की कढ़ाई की जाती है. इसको तैयार करने में 12 दिनों का समय लगता है. दलीप बताते हैं कि इन साड़ियों को बिना किसी मशीन की सहायता से हाथों से तैयार किया जाता है. यही वजह है कि इन साड़ियों की कीमत आम साड़ियों से ज्यादा होती है.
4500 रुपए है शुरूआती कीमत
दलीप बताते हैं कि नैनीताल स्थित गांधी आश्रम में उपलब्ध इन साड़ियों की शुरुआती कीमत 4500 रूपए है. इसके बाद अलग-अलग वैरायटी के हिसाब से साड़ियों की कीमत अलग-अलग है. उनके यहां मिलने वाली बालूचरी साड़ी की कीमत 16 हजार से लेकर 23 हजार रूपए तक है. जहां कांथा साड़ी की कीमत 9500 रूपए से लेकर 12000 रूपए तक है.
उन्होंने बताया कि इन साड़ियों की काफी केयर करनी होती है. इन्हें धोते समय भी कुछ सावधानियां बरतनी होती है. इन्हें मुलायम साबुन से ठंडे पानी में हाथों से धोया जाता है. साथ ही सूखने पर इन साड़ियों के ऊपर सूती कपड़ा बिछाकर स्त्री की जाती है.
Location :
Nainital,Uttarakhand
First Published :
February 04, 2025, 07:59 IST