Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 08, 2025, 14:38 IST
Agriculture News: पशुपालन विभाग के उप निर्देशक डॉ अरुण सिंह ने लोकल 18 से खासबात करते हुए बताया कि पशु गणना 5 साल में एक बार की जाती है. वर्तमान में 21वीं पशु गणना जारी है. इस बार यह जनगणना डिजिटल माध्यम से की ...और पढ़ें
पशुपालक
राजस्थान प्रदेश सहित देशभर में पशु गणना चल रही है. इसके तहत भीलवाड़ा जिले पर में भी 21वीं पशु गणना की जा रही है. यह पशु गणना हर 5 साल में पूरे देश भर में चलाई जाती है. कई बार तो पशुपालक जानकारी के अभाव में पशु गणना में साथ नहीं देता है. अगर पशु गणना को लेकर आपके मन में भी कोई शंका है. पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है. पशु गणना के माध्यम से पशु पालकों को ही फायदा होता है. इसके अलावा पशु गणना के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पशुपालकों को मिलता है.
पशुपालन विभाग के उप निर्देशक डॉ अरुण सिंह ने लोकल 18 से खासबात करते हुए बताया कि पशु गणना 5 साल में एक बार की जाती है. वर्तमान में 21वीं पशु गणना जारी है. इस बार यह जनगणना डिजिटल माध्यम से की जा रही है. पशु गणना किसी भी पशुपालन से संबंधित स्कीम को बनाने के लिए इंडस्ट्री या अन्य संबंधित कार्य को किस तरह से किया जाए उसके लिए एक डेटाबेस तैयार होना चाहिए किस पीरियड के लिए स्कीम लाई जा सकती है.
डोर टू डोर जाकर की जा रही पशु गणना
पशु गणना से यह पता लगता है कि किस स्पीशीज ( प्रजाति )के बारे में सरकार किस समय क्या बेहतर योजना लेकर आ सकती है. उन्होंने बताया पशु गणना में पशुपालन विभाग की ओर से कार्मिक पशुपालकों के पास दो टू डोर जाकर गणना करता है. इसके अंतर्गत कार्मिक कौन सा पशु है, कितनी संख्या है, क्या ग्रुप है जैसी जानकारी लेते है. पशुपालक इसके माध्यम से कोई व्यवसाय भी करता है.
पशु गणना से तैयार होता हैं योजनाओं का प्लान
पशु गणना के माध्यम से इस बात का पता लगाया जा सकता है. जिले के किस क्षेत्र में कितनी संख्या में पशुधन है. कहां सबसे ज्यादा पशु अस्पताल या फिर दवाई डिलीवरी सहित अन्य सुविधाओं की आवश्यकता है. इसके माध्यम से यह आसानी से प्लान बनाया जा सकता है. पशु गणना के माध्यम से यह भी पता चलता है कि पशुपालक के पास कितना पशुधन है. राज्य सरकार की किन योजनाओं के तहत उन्हें लाभ दिया जा सकता है.
पशुपालन विभाग करता पशुपालकों से अपील
लोकल 18 के माध्यम से पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ अरुण सिंह ने पशुपालकों से अपील करते हुए कहां की पशु गणना से किसी भी पशु पालक को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. पशु गणना के बाद पशुपालकों के लिए यह फायदा की बात है. क्योंकि, पशु गणना के माध्यम से ही राज्य सरकार अनुदान बढ़ा कर देती है जिसकी वजह से पशुपालक को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिलता है. उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि सभी पशु गणना में विभाग का साथ दें और कार्मिकों को सही जानकारी उपलब्ध कराए. जिससे आने वाले समय में बेहतर योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा सके.
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
February 08, 2025, 14:38 IST
पशु गणना से मिलेगा पशुपालकों को फायदा, सरकारी योजनाओं का ऐसे उठाएं लाभ