पिता-पुत्र की जोड़ी ने संभाली कमान, इस खास मंदिर को बनवाने का उठाया जिम्मा

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Agency:News18 Rajasthan

Last Updated:January 23, 2025, 14:48 IST

जसोल के रावल किशन सिंह राठौड़ और उनके बेटे हरिश्चन्द्र सिंह राठौड़ ने बाड़मेर के एक मन्दिर की कमान उस वक़्त अपने हाथों में ली, जब लाखों लोगों की आस्था और आगमन के बावजूद मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था के ना...और पढ़ें

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जसोल

जसोल धाम स्थित माता राणी भटियाणी

बाड़मेर:- कहते हैं कि सेवार्थ के लिए समर्पण भाव से किया गया काम ना केवल लोगों में नजीर बनता है, बल्कि लोगों के लिए वह किसी प्रेरणा से कम नही होता है. ऐसा ही एक काम बालोतरा के माता राणी भटियाणी ट्रस्ट ने किया है. करोड़ों की लागत से मन्दिर के जीर्णोद्धार के साथ-साथ जसोल ट्रस्ट ने यात्रियों के रहने के लिए बहुमंजिला भव्य धर्मशाला, एक साथ हजारों की संख्या में भोजन व्यवस्था वाले दो भोजनालय, पुस्तकालय, संग्रहालय के निर्माण के साथ-साथ विभिन्न आयोजनों के लिए बड़े सभागार का भी निर्माण करवाया है.

मंदिर में नहीं थी कोई व्यवस्था
जसोल के रावल किशन सिंह राठौड़ और उनके बेटे हरिश्चन्द्र सिंह राठौड़ ने मन्दिर की कमान उस वक़्त अपने हाथों में ली, जब लाखों लोगों की आस्था और आगमन के बावजूद मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था के नाम पर कुछ नही था. पिता-पुत्र की जोड़ी ने बीते कुछ सालों में मन्दिर की पूरी काया ही बदल दी है. करोड़ों की लागत से मन्दिर के जीर्णोद्धार के साथ-साथ जसोल ट्रस्ट ने यात्रियों के रहने के लिए बहुमंजिला भव्य धर्मशाला, एक साथ हजारों की संख्या में भोजन व्यवस्था वाले दो भोजनालय, पुस्तकालय, संग्रहालय के निर्माण के साथ साथ विभिन्न आयोजनों के लिए बड़े सभागार का भी निर्माण करवाया है.

रावल किशन सिंह जसोल के द्वारा सुबह-शाम की भव्य आरती की लोगों के लिए यादगार बनाने के लिए संगीतमय आरती की शुरुआत की गई है, जिसमें अलसुबह और रात में सैकड़ों की संख्या में संगीतकारों का दल रोज भव्य आरती करता है. बाड़मेर ही नहीं, देश के कई राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओ में इजाफा करने से लोग भी बिना परेशानी के माता के दर्शन करते नजर आते हैं.

मंदिर की ठीक पास आ सकती है बड़ी गाड़ी
अलग से 4 वाहन पार्किंग के चलते लोग मन्दिर के ठीक पास से उतरकर पैदल मन्दिर दर्शन कर पा रहे हैं. माता राणी भटियाणी ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल लोकल 18 को बताते हैं कि माता रानी भटियाणी के दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए बड़े भोजनशाला का निर्माण करवाया गया है, जिसमें सर्वधर्म के लोग एक साथ बैठकर भोजन कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मन्दिर में आने वाले भक्त पुस्तकालय, संग्रहालय का भी आनंद ले सकते हैं.

Location :

Barmer,Rajasthan

First Published :

January 23, 2025, 14:48 IST

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पिता-पुत्र की जोड़ी ने संभाली कमान, इस खास मंदिर को बनवाने का उठाया जिम्मा

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