हमीरपुर. राधास्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा के पहली दिसंबर से बंद किए जाने के फरमान पर बुधवार सुबह से ही सैकड़ों महिलाओं ने जमा होकर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया. हालांकि सुबह के समय पुलिस के जवान भारी संख्या में तैनात होने के चलते महिलाएं शिमला-धर्मशाला राजमार्ग पर नहीं बैठ सकी लेकिन फिर भी महिलाओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया. चैरिटेबल अस्पताल भोटा को बंद न करने की सरकार से गुहार लगाई है. वहीं इस दौरान विधायक बडसर इंदर दत्त लखनपाल, विधायक आशीष शर्मा और विधायक रणधीर शर्मा ने भी आकर महिलाओं से बातचीत की और मसले को लेकर सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है.
चक्का जाम में आए हुए पूर्व कर्मचारी रविन्द्र खन्ना ने कहा कि अब नए बाबा किसी कंपनी में सीईओ रहे है और अब उन्होंने न्यास का कामकाज संभालना है. उन्होंने बताया कि नए बाबा ने कहा है कि सुक्खू सरकार के मौखिक बात पर विश्वास नहीं है और हमें लिखित तौर पर लिख कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि परसों भी धरने को एसडीएम के आश्वासन पर हटा दिया था. उन्होंने कहा कि तीस तारीख तक धरना जारी रहेगा और सरकार से प्रार्थना की जाएगी और अगर फिर भी मांग नहीं मानी जाती है तो दोनों गेट पर पहली दिसंबर को लोग बैठ जाएंगे और सामान को और स्टाफ को नहीं जाने देंगे. उन्होंने बताया कि इसके बाद लोग बाबा जी से बात करेंगे कि लोगों की सेवा के लिए अस्पताल चलना है और इसे बंद न किया जाए.
सीएम सुक्खू से की मांग, समस्या हो तुरंत हल
विधायक बडसर इंदर दत्त लखनपाल ने कहा कि भोटा चैरिटेबल अस्पताल को बंद करने के चलते लोग अब सड़कों पर उतरे है और मुख्यमंत्री सुक्खू को चाहिए कि चैरिटेबल अस्पताल के लिए जमीन के विवाद को सुलझाने के लिए जल्द से जल्द काम किया जाना चाहिए ताकि समस्या हल हो सके. विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि पिछले 24 सालों से चैरिटेबल अस्पताल चल रहा है और मुख्यमंत्री के सीआइडी ने यह जानकारी सरकार तक क्यों नही पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि सालों से लोगों की सेवाओं में लगे हुए अस्पताल के बाहर अस्पताल को बंद करने के लिए बोर्ड लगाने की नौबत क्यों आई है. आशीष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में जब तक लोग सड़कों में न आए तब तक मुख्यमंत्री कुछ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू अगर लिख कर दो लाइन चैरिटेबल को दे देती है कि आगामी सत्र में संशोधन किया जाएगा तो अस्तपाल बंद होने से बच जाएगा.
भाजपा ने दिया समर्थन, कहा यह जनता की जायज मांग है
विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि जनता के विरोध का भाजपा पूर्ण रूप से समर्थन करती है और अस्पताल प्रबंधन की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा विधानसभा सत्र में कोई भी प्रस्ताव लाने पर भाजपा समर्थन करेगी ताकि समस्या हल हो सके. रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री के पास शक्तियां हैं और केबिनेट में भी प्रस्ताव लाकर समस्या हल हो सकती है. साथ ही मुख्यमंत्री चार लाइन लिखकर भी ट्रस्ट को दे देती है तो अस्पताल को बंद नहीं किया जाएगा.
24 सालों से चल रहा है अस्पताल, सस्ता इलाज कराने आते हैं दूर-दूर से लोग
गौरतलब है कि भोटा चैरिटेबल अस्पताल पिछले 24 सालों से संचालित हो रहा है और इस के दायरे में 25 ग्राम पंचायतों के लोग सस्ता इलाज करवाने के लिए पहुंचते है. अब पहली दिसंबर से अस्पताल के बंद करने के नोटिस लगाए जाने से लोग भड़क गए हैं और चक्का जाम के साथ धरना प्रदर्शन करने लगे हैं. बता दें कि चैरिटेबल अस्पताल का कई सालों से करोड़ों रूपये जीएसटी लंबित पड़ा है. अस्पताल की जमीन के हस्तांतरण राधा स्वामी सोसाइटी के पास नहीं हो पाई है जिसके चलते अब अस्पताल में अपग्रेडशन काम रूका है. वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी जमीन हस्तातंरण मामले में जल्द लैड सीलिंग एक्ट में संशोधन करने का आश्वासन दिया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 16:04 IST