फंगस की वजह से गिर रहा है आम का बौर, तो इस दो ग्राम दवा का करें छिड़काव

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Agency:News18 Uttar Pradesh

Last Updated:February 07, 2025, 16:59 IST

फरवरी महीना आम के बौर के लिए खास होता है, लेकिन इस दौरान पेड़ों में फंगस अटैक करता है. फंगस की वजह से आम का बौर गिरने लगता है और कई बार आम के बौर से फल बनने के बाद भी गिर जाते हैं.

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आम

आम का बौर

शाहजहांपुर: फरवरी के महीने में आम के पेड़ों में बौर आने लगता है, लेकिन कई बार फंगस आम के पेड़ों को चपेट में ले लेती है, जिसकी वजह से बाहर फल में तब्दील नहीं हो पाता और कई बार छोटे-छोटे फल ही गिर जाते हैं. इससे किसानों को भारी नुकसान होता है, लेकिन अगर किसान आम के बौर की अच्छे से देखभाल कर लें, तो किसानों को आम से अच्छी उपज मिल सकती है. आइए जानते हैं फंगस की रोकथाम के लिए किस दवा का छिड़काव करें..

आम के लिए फरवरी महीना है खास

जिला उद्यान अधिकारी डॉ पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि फरवरी का महीना आम की फसल के लिए बेहद ही अहम होता है. बौर आने के बाद अगर वह फल में नहीं बदल रहा है और बौर गिर रहा है, तो किसान समय पर सिंचाई करें. इसके अलावा, बौर गिरने से रोकथाम करने के लिए रासायनिक उपाय भी कर सकते हैं, जिससे किसानों को आम के पेड़ों से अच्छा उत्पादन होगा.

फंगस की करें रोकथाम

आम में बोर गिरने के पीछे सबसे बड़ी वजह फंगस होती है. इस दौरान आम के बौर में पाउडर इम्लड्यू नाम का एक रोग आता है, जिसकी रोकथाम करना बहुत जरूरी है. पाउडर इम्लड्यू की रोकथाम करने के लिए सल्फर 80 डब्ल्यूपी का छिड़काव कर सकते हैं. किसान 2 ग्राम सल्फर प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर आम के पेड़ों पर छिड़काव कर दें. इससे बौर गिरने की रोकथाम हो जाएगी और ज्यादा से ज्यादा बौर फल में तब्दील हो जाएगा.

छिड़काव करने से आम होंगे बड़े 

बौर से जब फल बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाए और फल मटर के आकार का हो जाए. तब किसान पोटेशियम नाइट्रेट का छिड़काव कर दें, जिससे आम का फल तेजी के साथ ग्रोथ करेगा और गिरेगा नहीं. किसान 2 ग्राम पोटेशियम नाइट्रेट को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर पौधों पर छिड़काव करें.

पर्याप्त नमी के लिए करें सिंचाई

आम के पेड़ों से अच्छी पैदावार लेने के लिए सिंचाई करना भी बहुत जरूरी है, लेकिन आम के पेड़ों में सिंचाई इतनी करें कि पर्याप्त नमी बनी रहे. ज्यादा सिंचाई आम के पेड़ों के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है. समय पर सिंचाई करने से फल गिरेगा नहीं और फल का वजन तेजी के साथ बढ़ेगा.

अचूक होगा ये आखिरी छिड़काव 

अगर सभी उपाय करने के बावजूद भी फल गिर रहा है, तो किसान नैप्थलीन एसिटिक एसिड का छिड़काव कर सकते हैं. छिड़काव करने के लिए नैप्थलीन एसिटिक एसिड 10 से 20 पीपीएम का इस्तेमाल करें. यह सभी उपाय करने से आम के पेड़ों से अच्छी पैदावार होगी.

Location :

Shahjahanpur,Uttar Pradesh

First Published :

February 07, 2025, 16:59 IST

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