Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 15:08 IST
Shahjahanpur: फरवरी में बहुत से किसान गन्ने की बुवाई करते हैं पर कुछ कि जमीन ऊपजाऊ नहीं होती. ऐसी जमीन में कुछ खास किस्में लगाकर भरपूर पैदावार पायी जा सकती है. एक्सपर्ट से जानते हैं डिटेल में.
गन्ना
हाइलाइट्स
- फरवरी में गन्ने की बुवाई करें.
- ऊसर जमीन पर यूपी 14234 और को.शा. 14233 किस्में उगाएं.
- ट्रेंच विधि से कम लागत में अधिक उत्पादन.
शाहजहांपुर: किसी भी फसल को उगाने के लिए वैसे तो उपजाऊ भूमि होना जरूरी है. लेकिन कुछ ऐसी फसलें हैं जिनको ऊसर जमीन में भी उगाया जा सकता है. इन दिनों किसान बसंत कालीन गन्ने की बुवाई कर रहे हैं. ऐसे में अगर आपकी जमीन भी ऊसर है तो आप एक्सपर्ट द्वारा बताई हुई गन्ने की कुछ ऐसी किस्म लगा सकते हैं जिनसे ऊसर जमीन में भी अच्छा उत्पादन पाया जा सकता है.
ये किस्में देंगी ऊसर जमीन पर पैदावार
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव कुमार पाठक के अनुसार, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद ने अब तक कई बेहतरीन गन्ने की किस्में विकसित की हैं, जिनसे किसान अच्छा उत्पादन ले सकते हैं. खास बात यह है कि वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसी नई किस्में भी तैयार की हैं, जो ऊसर (बंजर) जमीन पर भी अच्छी पैदावार दे सकती हैं.
इस विधि से लगेगी कम लागत
डॉ. पाठक का कहना है कि फरवरी में गन्ने की बुवाई वैज्ञानिक विधि से करने पर किसानों को कम लागत में ज्यादा फायदा मिलेगा. ट्रेंच विधि से बुवाई करने पर उत्पादन बेहतर होता है और साथ ही सहफसली खेती का भी लाभ मिलता है. ट्रेंच विधि से गन्ने की फसल मजबूत होती है और गिरने की संभावना कम रहती है.
दो लाइनों के बीच 5-6 फीट की खाली जगह बचती है, जिसमें किसान दलहन, तिलहन या सब्जियां उगा सकते हैं, जिससे गन्ने पर आने वाली लागत की भरपाई हो सकती है. गहरी जुताई और ट्रेंच विधि से मिट्टी अधिक उपजाऊ बनी रहती है. सहफसली के बाद गन्ने की देखभाल और निराई-गुड़ाई करना भी आसान होता है.
ऐसे करें गन्ने की खेती
सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करें और मिट्टी को भुरभुरी बना लें. ट्रेंच डिगर से 1 फीट चौड़ी और 20-25 सेमी गहरी नाली बनाएं. इन नालियों में एक से दो आंख वाले गन्ने के टुकड़े डालकर बुवाई करें. सिंचाई और खाद प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें ताकि फसल अच्छी तरह बढ़ सके.
ऊसर जमीन पर उगाएं ये किस्म
ऊसर जमीन में हर किस्म का गन्ना नहीं उगाया जा सकता, इसलिए सही किस्म का चयन बहुत जरूरी है. इसके लिए यूपी 14234 और को.शा. 14233 किस्में उपयुक्त मानी जाती हैं. ये किस्में ऊसर भूमि में भी अच्छी पैदावार देने की क्षमता रखती हैं. अगर किसान सही विधि अपनाकर गन्ने की बुवाई करें, तो कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और ऊसर जमीन का भी बेहतर उपयोग कर सकते हैं.
Location :
Shahjahanpur,Uttar Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 15:08 IST
फरवरी में कर दें गन्ने की इन किस्मों की बुवाई, ऊसर जमीन भी उगलेगी सोना!