Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 02, 2025, 19:47 IST
Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी में संगम स्नान का बड़ा महत्व है. इस दिन काफी लोग संगम स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं.
आचार्य अंबुज द्विवेदी दारागंज प्रयागराज
प्रयागराज: महाकुंभ में तृतीय अमृत स्नान यानी बसंत पंचमी को लेकर जहां प्रशासन पहले से ही ट्रायल कर चुका है वहीं आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को शुभ मुहूर्त में स्नान करने के लिए पूरा बंदोबस्त भी कर दिया गया है. आपको बता दें कि महाकुंभ में मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के प्रमुख स्नान के अवसर पर सनातन धर्म से जुड़े प्रमुख 13 अखाड़े स्नान करते हैं. इनमें से 2 स्नान हो चुके हैं और तीसरा यानी बसंत पंचमी का स्नान 3 फरवरी को है. इस तरह के धार्मिक महत्व वाले पर्वों में दिन, तिथि और मुहूर्त का भी महत्व बढ़ जाता है. तो हम आपको बता रहे हैं कि बसंत पंचमी के स्नान का शुभ मुहूर्त क्या है और किस बेला में स्नान करने का महत्व माना गया है.
ब्रह्म बेला से 9:30 बजे तक करें स्नान
लोकल 18 से बात करते हुए आचार्य अंबुज द्विवेदी ने बताया कि बसंत पंचमी का स्नान 3 फरवरी को माघ शुक्ल पक्ष पंचमी को ब्रह्म बेला से यानी कि सूर्योदय से लेकर सुबह 9:30 बजे तक रहेगा वहीं अभिजीत मुहूर्त में 11:30 बजे से लेकर 12:35 तक स्नान का मुहूर्त ज्यादा पुण्य होगा. इस दिन संगम में डुबकी लगाने पर मां भगवती बागेश्वरी और मां सरस्वती का पूजन करना होगा. इसके लिए उन्हें सफेद वस्त्र धारण करके सफेद वस्त्र दान भी करना चाहिए. मां सरस्वती को कमल का पुष्प चढ़ाएं और खीर भी खाएं. इससे मन को शांति मिलेगी.
विद्यार्थी ऐसे करें अध्ययन
बसंत पंचमी के दिन विद्यार्थियों को अपना पहला अक्षर लिखकर अध्ययन की शुरुआत करनी चाहिए और सफेद वस्त्र धारण करके विद्यार्थियों को ओम एम सरस्वती नमः के मंत्र उच्चारण के साथ मां सरस्वती को कमल का पुष्प चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से विद्यार्थियों का अध्ययन में मन लगेगा और मानसिक स्थिति भी ठीक रहेगी.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 02, 2025, 19:47 IST