Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 11, 2025, 13:37 IST
Jhansi News: बुंदेलखंड के झांसी में किसान अब मसालों की खेती करने की योजना बना रहे हैं. जनपद के 3 विकासखंड का चयन जीरा, सौंफ, मेथी और कलौंजी की खेती के लिए किया गया है. जल्द ही इसे बड़े पैमाने पर पूरे बुंदेलखंड...और पढ़ें
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फाइल फोटो
हाइलाइट्स
- बुंदेलखंड के किसान अब मसालों की खेती करेंगे.
- जीरा, सौंफ, मैथी और कलौंजी की खेती की योजना.
- मसालों की खेती से किसानों की कमाई बढ़ेगी.
झांसी: बुंदेलखंड अब कृषि क्षेत्र में नई इबारत लिखने की तैयारी में है. मोटे अनाज की खेती में कमाल करने के बाद यहां के किसान अब मसालों की खेती करने की योजना बना रहे हैं. केंद्रीय कृषिवानिकी अनुसन्धान संस्थान (काफरी) द्वारा किसानों को मसाले की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जनपद के किसान अब मसाले की खेती कर कमाई बढ़ाने में लग गए हैं.
ऐसे में किसानों के बीच जीरा, सौंफ, मेथी और कलौंजी की पैदावार करने की ललक जागने लगी है. राजस्थान में इस तरह की खेती में सफलता मिलने के बाद इसे फिलहाल प्रयोग की तौर पर झांसी जनपद के 2 विकास खंडो में ही उत्पादित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके प्रारम्भिक परिणाम
सन्तोषजनक आए हैं. जल्द ही इसे बड़े पैमाने पर फैलाने की योजना है.
मसालों की खेती को बढ़ावा
काफरी ने नाबार्ड राष्ट्रीय कृषि बैंक एप ग्रामीण विकास के सहयोग से बडागांव और बंगरा विकास खंड के 20 किसानों को अक्टूबर में राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसन्धान केन्द्र अजमेर से अच्छी गुणवत्ता वाले मसालों के बीज मंगवाकर दिए गए थे. पहले इन किसानों के खेतों में अनार अधारित कृषिवानिकी मॉडल तैयार किया गया. प्रोजेक्ट के तहत खेत की मेड़ पर मिलिया दुभिया, मालाबार नीम और खेत के बीच में अनार के पौधे रोपे गए.
एक्सपर्ट दे रहे हैं टिप्स
इनके साथ मसालों की खेती का परीक्षण प्रारम्भ किया गया. काफरी के परियोजना प्रधान अन्वेषक डॉ. अशोक यादव ने बताया कि अनार के बीच में जीरा, सौफ, मेथी और कलौती की खेती का परीक्षण किया जा रहा है. इसके शुरूआती परिणाम सफल साबित हुए हैं. सौफ की फसल देखकर किसानों में भी जोश आ गया है. वहीं, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक भूपेष पाल लगातार इन खेतो में जाकर किसानों के बीच में मसालों की खेती की प्रगति पर नजर रख रहे हैं.
Location :
Jhansi,Uttar Pradesh
First Published :
February 11, 2025, 13:37 IST
बुंदेलखंड में अब जीरा, सौंफ, मेथी की खेती करेंगे किसान, होगा मुनाफा ही मुनाफा