झील की तस्वीर
मंडी (हिमाचल प्रदेश): हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित कमरुनाग झील अपनी रहस्यमयी कहानियों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती है. इस झील के भीतर अरबों-खरबों रुपयों का खजाना छिपा होने की मान्यता है, जिसे कोई भी निकालने की कोशिश नहीं करता. स्थानीय लोगों का मानना है कि इस खजाने की सुरक्षा दैविक शक्तियां करती हैं, जो इसे चोरी होने से बचाती हैं.
झील का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
कमरुनाग झील सिर्फ अपनी सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि अपने धार्मिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है. मान्यता है कि यहां आने वाले लोग अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर सोना, चांदी और अन्य कीमती वस्तुएं झील में अर्पित करते हैं. यह प्राचीन परंपरा आज भी कायम है, जिसके कारण इस झील के भीतर अरबों का खजाना जमा हो चुका है. लोकल 18 से बातचीत में स्थानीय निवासी दीक्षित ठाकुर ने बताया कि झील में रहस्यमयी शक्तियां मौजूद हैं, जो इस खजाने की रक्षा करती हैं.
दैविक शक्ति करती है खजाने की रक्षा
कमरुनाग झील के आसपास रहने वाले लोग मानते हैं कि इस खजाने की सुरक्षा किसी सामान्य सुरक्षा व्यवस्था से नहीं, बल्कि दैविक शक्तियों द्वारा की जाती है. दीक्षित ठाकुर ने बताया कि जो लोग इस खजाने को चुराने की कोशिश करते हैं, वे कभी सफल नहीं हो पाते. यहां तक कि असामाजिक तत्वों को भी झील की दैविक शक्ति के कारण हार माननी पड़ती है.
कैसे पहुंचे कमरुनाग झील तक
कमरुनाग झील तक पहुँचने के लिए कोई सीधी सड़क नहीं है, इसीलिए यहां पहुंचने के लिए पर्यटकों को 6 किलोमीटर का खड़ी पहाड़ी रास्ता पैदल तय करना पड़ता है. यह यात्रा रोहांडा या चैलचौक से शुरू होती है, जहां से पैदल चलकर कमरुनाग मंदिर तक पहुंचने में लगभग 3 से 4 घंटे लगते हैं. मंडी या सुंदर नगर शहर से टैक्सी किराए पर लेकर मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है.
निष्कर्ष
कमरुनाग झील हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक और धार्मिक स्थलों में एक प्रमुख स्थान रखती है. यहां की रहस्यमयी शक्तियों और प्राचीन मान्यताओं ने इस झील को एक अद्वितीय स्थान बना दिया है. अरबों का खजाना और इसे चोरी से बचाने वाली दैविक शक्तियां इस झील को और भी रहस्यमयी बनाती हैं, जो हर साल सैकड़ों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 7, 2024, 17:44 IST