Darbhanga
दरभंगा : जिले के तारडीह प्रखंड क्षेत्र के भूबौल गांव में कोसी नदी की धारा ने भीषण तबाही मचाई है. बीते कुछ दिनों पहले हुई इस तबाही के बाद आज भी गांव में जिंदगी सामान्य नहीं हो पाई है. यहां रहने वाले 40 से 50 परिवार आज भी इस गांव में रह रहे हैं, जिनके सामने सबसे बड़ी समस्या दाने पानी को लेकर हो रही है.
गांव के निवासी उड़न पासवान, फ़ूलों पासवान, अरविंद पासवान, अनिल कुमार चौधरी और कमल नारायण चौधरी ने अपनी दास्तां सुनाते हुए बताया कि समस्या आज भी जस की तस बरकरार है. आने-जाने का आवागमन भी जस का तस है, कोई सुविधा नहीं मिल सकी है. सरकार के द्वारा बांध पर रह रहे लोगों को मदद मिलती है, लेकिन गांव में फंसे लोगों को देखने कोई नहीं आया है.
ग्रामीणों ने बताया कि सरकार के द्वारा नाव नहीं दिया गया है, जिस वजह से वे लोग कहीं आ-जा नहीं सकते हैं . गांव में कुछ लोगों का नाव है, जिससे साग-सब्जी अभी आ रहा है, लेकिन जब खौफनाक मंजर था, उस वक्त देखने वाला कोई नहीं था. इस गांव में 1500 की आबादी रहती है, लेकिन अब केवल 40-50 परिवार ही रह गए हैं.
कमल नारायण चौधरी ने बताया कि उस रात की स्थिति लफ्जों से बयां नहीं की जा सकती है. इतनी दर्दनाक और खौफनाक उस रात का दृश्य था. सरकार के तरफ से अभी तक कोई सुविधा नहीं मिली है. उस रात बांध टूटने के बाद ऐसी आवाज हो रही थी जो हम लोग छत पर लेट कर अपना कलेजा दबाकर उस आवाज को बर्दाश्त किए हैं.
गांव में खाने-पीने की हो रही समस्या
यहां भगवान भरोसे अभी जिंदगी कट रही है. लोगों को देखने वाला कोई नहीं है, आम लोग इधर-उधर के कुछ लोग आते हैं और मदद दे कर जाते हैं, लेकिन सरकार के द्वारा अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.दरभंगा के तारडीह प्रखंड क्षेत्र के भूबौल गांव में कोसी नदी की धारा से हुई तबाही की कहानी बहुत दर्दनाक है. यहां रहने वाले 40 से 50 परिवार आज भी इस गांव में रह रहे हैं, जिनके सामने सबसे बड़ी समस्या दाने पानी को लेकर है.
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FIRST PUBLISHED :
October 7, 2024, 19:46 IST