Last Updated:January 20, 2025, 14:20 IST
MP News: मध्य प्रदेश के रातापानी टाइगर रिजर्व में माफिया का जाल बिछ गया है. आरोप है कि यहां बेशकीमती पेड़ों की लगातार कटाई हो रही है. इधर, वन विभाग के अधिकारी अब कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
शिवकांत आचार्य
भोपाल. मध्य प्रदेश के रातापानी टाइगर रिजर्व में ‘पुष्पा’ एक्टिव हो गया है. यहां सागवान के हरे भरे सैकड़ों पेड़ों की कटाई की जा रही है. सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि वन विभाग को इसकी खबर तक नहीं है. वन विभाग की नाक के नीचे देर रात पेड़ों को काटा जाता है. औबेदुल्लागंज वन मंडल के बिनेका वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले नेशनल हाइवे क्रमांक-12 से लगे हुए बेशकीमती सागौन के जंगल वन माफिया काटकर ले जा रहा है. आरोप है कि इसके बाद भी वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
वन अभ्यारण्य क्षेत्र रातापानी बिनेका और सुल्तानपुर के बीच वन विभाग की लगाई गई फेंसिग को जंगल माफिया ने काटकर अस्थाई रास्ता बना रखा है. फिर रात के अंधेरे में कटी हुई सांगौन की बेसकीमती लकड़ी का परिवहन किया जाता है.
ग्रामीमों में माफिया का डर
ग्रामीण इस बात को तो स्वीकार करते हैं कि सागौन काटी जा रही है और वन विभाग समय-समय पर कार्रवाई भी करता है. लेकिन सवाल उठता है कि वन विभाग कार्रवाई कर रहा है तो जंगल से काटे गए सागौन के पेड़ के निशान क्या गबाही दे रहे हैं ? वन माफिया का खौफ इतना है कि ग्रामीण दबी जुबान से पड़े काटने की बात कह रहे हैं.
वन मंडल अधिकारी एचके रायकवार का कहना है कि मामला आपने अभी हमारे संज्ञान में आया है. कुछ फोटो और वीडियो भी मिले हैं. मैं उसको चेक करवाता हूं. जो कुछ होगा मैं उसको नियमानुसार कार्रवाई करूंगा. हमारा स्टाफ पूरा लगा हुआ हो. हमारे पास पर्याप्त स्टाफ है. आपने जो जानकारी दी गई हो उस पर हम कार्रवाई करेंगे.
राजधानी भोपाल से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर रातापानी अभ्यारण है. जब राजधानी में सरकार की नाक के नीचे यह हाल है और वन माफिया इस तरह से सक्रिय है तो प्रदेश के बाकी जंगलों का हाल आप समझ ही सकते हैं.
Location :
Bhopal,Bhopal,Madhya Pradesh
First Published :
January 20, 2025, 14:20 IST
मध्य प्रदेश का 'पुष्पा', रातापानी टाइगर रिजर्व में काटे जा रहे बेशकीमती पेड़