Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 03, 2025, 07:52 IST
Mahakumbh Mela 2025: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने महाकुंभ हादसे पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव की राजनीति की आलोचना की, उन्हें सनातन धर्म के खिलाफ बताया. प्रमोद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संवेदना की सराहना की औ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- आचार्य प्रमोद ने राहुल और अखिलेश पर कड़ा प्रहार किया
- कांग्रेस और सपा पर लाशों पर राजनीति करने का आरोप
- प्रमोद कृष्णम ने कहा, विपक्ष को सिर्फ गद्दी चाहिए
रिपोर्ट: सुनील कुमार
संभल. महाकुंभ हादसे पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव की राजनीति पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कांग्रेस और सपा को लाशों पर राजनीति न करने की सलाह दी है. आचार्य प्रमोद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आंसू इस बात का प्रमाण हैं कि वे कितने दुखी हैं. राहुल गांधी और अखिलेश यादव कुंभ में भगदड़ की प्रार्थना कर रहे थे और अब खुश हो रहे हैं. कांग्रेस और सपा सनातन धर्म के खिलाफ हैं. अखिलेश यादव को पहले अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए.
आचार्य प्रमोद ने कहा कि लाशों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन राहुल गांधी और अखिलेश यादव खुश हो रहे हैं. सपा और कांग्रेस सनातन धर्म के खिलाफ हैं और किसी भी कीमत पर लखनऊ और दिल्ली की गद्दी चाहिए. कुंभ हादसे पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव को कोई हमदर्दी नहीं है. इतना बड़ा आयोजन कहीं और नहीं होता. अखिलेश यादव को पहले अपने पुराने पापों पर माफी मांगनी चाहिए, तब मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगें.
मौत पर सियासत नहीं होनी चाहिए
कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मौत पर सियासत नहीं होनी चाहिए. बल्कि संवेदना व्यक्त की जानी चाहिए, जो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है. सपा और कांग्रेस को सिर्फ गद्दी चाहिए। वे खुश हो रहे हैं कि भगदड़ मच गई. वे प्रार्थना कर रहे थे कि महाकुंभ में लोग मर जाएं. इन्हें अपनी-अपनी दुकानें चलानी है. महाकुंभ में करोड़ों लोग पहुंच रहे हैं. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल और अखिलेश को महाकुंभ को लेकर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है. क्योंकि ये सनातन के विरोधी रहे हैं. अखिलेश यादव को इस्तीफा मांगने से पहले अपने गुनाहों की माफ़ी मांगनी चाहिए.
हिन्दुओं की आस्था पर सवाल उठाने का हक नहीं
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि विपक्ष सिर्फ सरकार को गाली देने के लिए मौके की तलाश में हैं. हिंदुओं की आस्था पर सवाल उठाने का हक सिर्फ हिंदुओं को हैं. ये तो हिंदू भी नहीं है. इन्हें सिर्फ गद्दी से मतलब है. किसी भी तरह इन्हें लखनऊ की गद्दी मिल जाये. दिल्ली की गद्दी मिल जाये. अफसोस इस बात का है कि महाकुंभ में हुई दुखद घटना पर सहानुभूति व्यक्त करने की जगह राजनीति कर रहे हैं.
Location :
Sambhal,Moradabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 03, 2025, 07:52 IST
महाकुंभ में भगदड़ से खुश हो रहे राहुल और अखिलेश, आचार्य प्रमोद का बड़ा हमला