मैनपुरीः उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट पर जीतकर भी हार गई. करहल विधानसभा सीट उपचुनाव की सभी 9 सीट में से सबसे हॉट सीट थी. सबकी नजर इस सीट पर थी. क्योंकि ये सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ है. यहीं से पिछली बार अखिलेश यादव विधायक चुने गए थे. 2022 विधानसभा चुनाव में करहल सीट से अखिलेश यादव 67 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे लेकिन, इस बार भतीजे तेज प्रताप की जीत का मार्जिन बहुत कम रहा है. यहां अखिलेश यादव का जादू कम होता दिखाई दिया.
अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद करहल सीट से इस बार के चुनाव में अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप चुनावी मैदान में थे. तेज प्रताप यादव का जीत का मार्जिन 20 हजार से कम है. पिछली बार के चुनाव के मार्जिन से बहुत कम. बीजेपी के नेता दावा ठोंक रहे हैं कि अगली बार अखिलेश यादव का गढ़ करहल भी फतह कर लेंगे. करहल से बीजेपी ने चुनावी मैदान में अनुजेश यादव को उतारा था.
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आपको बता दें कि करहल के नतीजे सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश बीजेपी के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने करहल से भाजपा उम्मीदवार अनुजेश प्रताप को फोन कर उनके प्रदर्शन की सराहना कर उत्साह बढ़ाया. कहा कि आप भले ही थोड़े अंतर से हार गये, लेकिन भाजपा के लिए आप ही करहल से विधायक हैं. क्षेत्र में विधायक की तरह की काम कीजिए लोगों के बीच जाइए और उनके काम कीजिए.
समाजवादी पार्टी सासंद डिंपल यादव ने उपचुनाव परिणाम के बाद कहा था कि कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहूंगी. यह चुनाव चुनौतीपूर्ण तो पूरे उत्तर प्रदेश में था. क्योंकि कहीं न कहीं बीजेपी प्रशंसन का 100 प्रतिशत इस्तेमाल करके चुनाव लड़ रही थी. बीजेपी वालों को प्रशासन की तरफ से छूट दी गयी. एक बात तो निश्चित है कि BJP कहीं न कहीं डर रही है. ख़ुशी इस बात की है कि हमारे कार्यकर्ता डरे नहीं. हमारे वोट प्रतिशत को गिराने की रणनीति रची गयी थी.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 12:13 IST