आनंद: वनों में प्रकृति ने हमें ऐसे तत्व दिए हैं जो इंसान और जानवर दोनों के लिए जीवन का हिस्सा हैं. इनमें से कुछ तत्व खाद्य, स्वास्थ्य, और जीवनयापन के लिए जरूरी चीजें भी होते हैं. हाल ही में एक किसान ने वडोदरा में बांस से सिरका और उर्वरक पाउडर बनाया, जो खेती के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है.
बांस से बना सिरका और उर्वरक
वडोदरा के किसान रोहितभाई सोमाभाई पटेल ने बांस से सिरका और एक उर्वरक जैसा पाउडर (Fertilizer-like powder) बनाया है, जिसका इस्तेमाल पौधों में फायदेमंद है. यह सिरका विभिन्न प्रकार के कीड़ों को दूर करने में मदद करता है और जंगली जानवरों को भी दूर रखता है, जिससे किसानों को कीटों से छुटकारा मिलता है.
बांस सिरके का उपयोग
रोहितभाई पटेल ने बताया कि यह सिरका पायरोलिसिस प्रक्रिया (Pyrolysis Process) से बनाया जाता है. यह सिरका एक तरल रूप (Vinegar is simply a liquid form) में होता है जो इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के पौधों के लिए फायदेमंद है. इस सिरके को स्प्रे करने से कीट जैसे मीलियाबग, व्हाइट फ्लाई आदि से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा, यह पौधों की इम्यूनिटी को बढ़ाता है और उन्हें मजबूत बनाता है.
कीड़ों को भगाने में मददगार
यह सिरका कीड़ों को नहीं मारता, बल्कि उन्हें भगाता है. बाजार में मिलने वाली दवाइयों के मुकाबले यह पौधों पर कोई बुरा असर नहीं डालता और उनका इम्यून सिस्टम मजबूत करता है. इस सिरके को पौधों की जड़ों पर डालने से मृदा भी लाभान्वित होती है और मृदा जनित रोगों से राहत मिलती है.
जंगली जानवरों से बचाव
बांस के इस सिरके की एक खास बात यह है कि यह जंगली जानवरों जैसे भालू, नील गाय आदि को भी दूर रखता है. इसका जलते हुए लकड़ी जैसा धुंआ और गंध इन जानवरों को खेतों से दूर रखती है. इससे किसानों को जंगली जानवरों के कारण होने वाली फसलों की हानि से बचाव मिलता है.
बीज अंकुरण और खाद में भी उपयोगी
यह सिरका पानी में मिलाकर पौधों में स्प्रे किया जा सकता है, जो बीजों के अंकुरण में भी मदद करता है. इसके अलावा इसे खाद बनाने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे सड़ी-गली सामग्री से जैविक उर्वरक तैयार होता है.
किसानों के लिए लाभकारी उपाय
इस सिरके और उर्वरक पाउडर का सही उपयोग किसानों के लिए एक किफायती और प्रभावी उपाय हो सकता है. इससे न केवल कीटों का नाश होता है, बल्कि मृदा की गुणवत्ता भी बनी रहती है, और फसल की उपज में सुधार होता है. बता दें कि यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे किसानों ने पारंपरिक संसाधनों का उपयोग करके नई तकनीकों से अपनी खेती को और भी सफल बना कर बंपर कमाई कर सकते हैं
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 16:32 IST