Last Updated:February 07, 2025, 19:59 IST
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बाद गोल्ड की कीमतें बढ़ी हैं. भारत में 24 कैरेट गोल्ड 86690 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वैश्विक उथल-पुथल और सरकारों द्वारा गोल्ड रिजर्व बढ़ाने से कीमतें बढ़ रही हैं. नि...और पढ़ें
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क्या है गोल्ड की कीमतों में तेजी की वजह?
हाइलाइट्स
- गोल्ड की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, 24 कैरेट गोल्ड 86690 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
- अमेरिकी टैरिफ के कारण गोल्ड की कीमतें बढ़ी हैं.
- गोल्ड में निवेश से पहले जोखिम का आकलन करें.
नई दिल्ली. अगर आप पिछले 2 हफ्तों का डेटा निकालकर देखें तो गोल्ड में आपको लगातार तेजी ही नजर आएगी. 3 फरवरी को गोल्ड में हल्की सुस्ती जरूर दिखी लेकिन उसके बाद फिर से गोल्ड उड़ने लगा. लेकिन सोने में ये तेजी आ क्यों रही है और क्या ये गोल्ड में इन्वेस्टमेंट का सही समय है? ऐसे कुछ सवाल आपके मन में जरूर आ रहे होंगे. गोल्ड को भारतीय घरों में हमेशा से एक अच्छे निवेश के रूप में देखा जाता है. सोने भी लगातार इस भरोसे पर खरा उतरा है.
दरअसल, दुनिया में जब भी कोई उथल-पुथल होती है तो आप पाएंगे कि सोने के रेट भागने लगते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गोल्ड को लोग हेजिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं. यानी अगर कोई एसेट नीचे जाएगा तो गोल्ड उसकी भरपाई कर देगा. गोल्ड को ऐतिहासिक रूप से वैल्यूएबल माना जाता है. कई देशों की करेंसी की गारंटी भी गोल्ड ही है. यही कारण है कि जब भी अर्थव्यवस्थाएं या करेंसी संकट में होती है गोल्ड ऊपर जाने लगता है.
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अभी कहां मिला ट्रिगर
पिछले कुछ दिनों में गोल्ड को जो एक बड़ा ट्रिगर मिला वह था अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ लगाना. ट्रंप ने चीन, मैक्सिको और कनाडा से आयात पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था. टैरिफ की घोषणा के बाद अचानक ग्लोबल इकोनॉमी में उथल-पुथल के आसार बढ़ गए. जैसा कि आप जानते ही हैं कि ऐसे समय में लोग मार्केट और करेंसी से पैसा निकालकर गोल्ड में डालना शुरू कर देते हैं. ऐसा ही हुआ और गोल्ड के दाम रॉकेट बन गए. हालांकि, ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ को 1 महीने के लिए समीक्षाधीन कर दिया है. लेकिन अनिश्चितता के कारण अब भी गोल्ड में निवेश जारी है.
एक और वजह यह है कि दुनियाभर की सरकारें और अंतरराष्ट्रीय संस्थान अपना गोल्ड रिजर्व तेजी से बढ़ा रही हैं. बड़े स्तर पर उनके द्वारा गोल्ड खरीदे जाने से भी गोल्ड की कीमतों को बढ़ावा मिल रहा है. लेकिन सरकारें और संस्थान क्यों अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं ये भी एक सवाल है. यहां भी हेजिंग ही कारण है. सरकारें भी अनिश्चित वैश्विक परिदृश्य के समक्ष सुरक्षा के तौर ही इस्तेमाल कर रही हैं. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के पास अब 35000 मीट्रिक टन से भी ज्यादा गोल्ड जमा हो गया है. गोल्ड खरीदने वालों में भारत भी बड़ा देश है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक 2024 में जिन देशों ने अपना सबसे ज्यादा गोल्ड रिजर्व बढ़ाया उसमें भारत दूसरे स्थान पर रहा. भारत के गोल्ड रिजर्व में 22.54 टन की बढ़ोतरी आई. इस सूची में पहले स्थान पर पोलैंड रहा. वहीं, चीन, किरगिस्तान और उज्बेकिस्तान शीर्ष 5 देशों में शामिल रहे.
कितनी है अभी भारत में गोल्ड की कीमत
दिल्ली के सर्राफा बाजार में 7 फरवरी को 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 86690 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. यह कल के मुकाबले 270 रुपये की बढ़ोतरी दर्शाता है. आप बुलियन इंडिया पर जाकर अगर गोल्ड की कीमत देखेंगे तो पाएंगे कि 24 कैरेट का 1 तोला सोना 87000 रुपये का स्तर भी पार कर गया है. गोल्ड की कीमत हर राज्य में अलग-अलग हो सकती है. लेकिन लगभग हर राज्य में यह 86000 का आंकड़ा तो पार कर ही गया है.
क्या गोल्ड खरीदने का सही समय?
वैसे तो गोल्ड खरीदने का कोई सही समय नहीं होता है. गोल्ड लगभग निश्चित रिटर्न वाली कमोडिटी है इसलिए इसमें आमतौर पर कभी भी निवेश करना फायदा ही कराता है. लेकिन कई बार गलत समय पर खरीदा गया सोना शॉर्ट टर्म में नुकसान भी करा सकता है. जानकारों के अनुसार, जब गोल्ड इतनी ऊंचाई पर आ गया तो निवेश से पहले निवेशकों को एक बार जोखिम का आकलन कर लेना चाहिए.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 07, 2025, 19:59 IST