Agency:Local18
Last Updated:February 04, 2025, 16:56 IST
Wheat Flour Production Process: हर घर में रोटी या चपाती बनाने के लिए आटे का इस्तेमाल होता है. आपके किचन में पैकेट में आने वाला गेहूं का आटा आखिर कैसे बनता है? इस बारे में सांगली के आटा उद्यमी प्रशांत यादव ने जा...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- गेहूं से आटा बनाने में पांच चरण होते हैं.
- सफाई, भूसा अलग करना, पीसना, फिल्टर और पैकेजिंग शामिल हैं.
- आटे में किसी रसायन का उपयोग नहीं होता.
सांगली: हर घर में रोटी या चपाती बनाने के लिए आटे का इस्तेमाल होता है. रोजमर्रा की जिंदगी में गेहूं का आटा एक आवश्यक सामग्री बन गया है. किचन, होटल, बेकरी हर जगह आटे की जरूरत होती है. आपके किचन में पैकेट में आने वाला गेहूं का आटा आखिर कैसे बनता है? इस बारे में सांगली के आटा उद्यमी प्रशांत यादव ने जानकारी दी है…
आटा कैसे बनता है?
पहला स्टेप: गोदाम में जमा किया गया गेहूं टैंक में डाला जाता है. आटा बहुत बारीक होता है, इसलिए गेहूं की सफाई सही तरीके से करना जरूरी होता है. टैंक में गेहूं की सफाई के लिए कई फिल्टर लगे होते हैं. विभिन्न प्रकार के फिल्टर से धूल, कंकड़, मिट्टी अलग हो जाती है.
दूसरा स्टेप: अब साफ किए गए गेहूं से भूसा अलग किया जाता है और गेहूं को पीसने के लिए आगे भेजा जाता है.
तीसरा स्टेप: अब गेहूं को बारीक करके एक बार नहीं बल्कि दो बार हाई प्रेशर रोलर से बारीक किया जाता है. इससे बहुत बारीक पाउडर तैयार होता है.
चौथा स्टेप: अब आटा पैकेजिंग के लिए विभिन्न फिल्टर प्रक्रियाओं से गुजरता है. इस प्रक्रिया में सभी कण निकाल दिए जाते हैं. आटा छानने जैसा साफ होकर पैकेजिंग के लिए आगे बढ़ता है.
पांचवा स्टेप: पांच किलो वजन मापकर आटे की बोरियों का पैकेजिंग किया जाता है.
प्रशांत यादव ने बताया कि गेहूं से आटा बनने की इस प्रक्रिया में खास बात यह है कि इसमें किसी भी प्रकार के रसायनों का इस्तेमाल नहीं होता. तेजी से बदलती जीवनशैली के लिए आटे जैसे प्रोसेस्ड उत्पाद समय की जरूरत बन गए हैं. साफ-सुथरे वातावरण में तैयार होने वाला गेहूं का आटा खरीदते समय ग्राहकों को तारीख देखकर ताजा आटा ही लेना चाहिए.
First Published :
February 04, 2025, 16:56 IST
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