ललिता का तोता बना वफादारी की मिसाल, आजाद होकर भी मालकिन का नहीं छोड़ता साथ

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Agency:News18 Bihar

Last Updated:February 08, 2025, 15:17 IST

आपने आरिफ और सारस की दोस्ती के किस्से तो सुने होंगे. आज आपको ऐसी ही दोस्ती के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी चर्चा चारों तरफ होती है.

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तोता

तोता वाली ललिता 

हाइलाइट्स

  • ललिता का तोता स्वतंत्र होकर भी साथ नहीं छोड़ता.
  • तोता अब दुकान का सुरक्षा गार्ड बन चुका है.
  • ललिता की दुकान पर तोता ग्राहकों का ध्यान खींचता है.

समस्तीपुर:- कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर आरिफ और सारस की दोस्ती की कहानियां वायरल हो रही थीं, लेकिन अब एक और कहानी है जो लोगों को उतना ही रोमांचित कर रही है. यह कहानी है ललिता और उसके तोते की, जो पिंजरे से बाहर निकलकर अपनी स्वामिभक्ति का प्रतीक बन चुका है. ललिता, जो बाजिदपुर के सब्जी बाजार में अपनी दुकान चलाती हैं, उनकी तोता अब सिर्फ एक पक्षी नहीं रहा, बल्कि दुकान का सबसे अहम अंग बन चुका है.

ललिता के इस तोते के साथ संबंध उसी गहरे प्रेम और दोस्ती से जुड़े हैं, जैसा आरिफ और सारस के बीच था. एक ओर जहां तोता ललिता से बिछड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता, वहीं ललिता भी कई बार इस अद्भुत पक्षी से अपनी दोस्ती और प्यार का इजहार करती है. इस तोते की स्वामिभक्ति ने बाजिदपुर बाजार के ग्राहकों के दिलों में एक खास जगह बना ली है, और यह सब्जी दुकान अब सबकी पसंदीदा बन गई है.

यह कहानी एक पुराने मुहावरे को नया अर्थ
उन्मुक्त गगन में पंछी पिंजरबद्ध नहीं गा सकते. तोता जो पहले पिंजरे में कैद था, अब स्वतंत्र रूप से अपनी मालकिन के इर्द-गिर्द घूमता है. इसकी उपस्थिति न केवल दुकान के वातावरण को जीवंत बनाती है, बल्कि यह तोता अब दुकान का सुरक्षा गार्ड भी बन चुका है. कोई दूसरा इस तोते को पकड़ने की हिम्मत नहीं करता, और यह मालकिन की आवाज सुनते ही दौड़ा आता है. तोता अपने चमकीले हरे पंखों के साथ दुकान में रखी ताजी सब्जियों को और भी आकर्षक बना देता है, जिससे ग्राहकों का ध्यान और भी अधिक खिंचता है.

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2 साल पहले लाई तोता
दुकानदार ललित ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि दो साल पहले एक छोटे तोते को खरीदा था और धीरे-धीरे उसे अपने बच्चों की तरह पाल-पोसकर बड़ा किया. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते गए, वैसे-वैसे तोता भी उनके साथ परिपक्व हुआ. इस तोते ने अपनी मालकिन से प्रेम और विश्वास सीखते हुए उसे हर जगह अपना सुरक्षा गार्ड माना. अब तोता पिंजरे में बंद नहीं रहता, बल्कि पूरे बाजार में स्वतंत्र रूप से घूमता है और ललिता की दुकान की निगरानी करता है.

Location :

Samastipur,Bihar

First Published :

February 08, 2025, 15:17 IST

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