लहसुन की फसल में लग रहा है कीट तो करें इस दवा का छिड़काव, रोग भी रहेंगे दूर

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Agency:News18 Uttar Pradesh

Last Updated:February 12, 2025, 09:27 IST

Basti: लहसुन की खेती हमेशा अच्छा मुनाफा देती है क्योंकि ये हर समय डिमांड में रहता है. इसकी खेती करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो न केवल पैदावार बढ़िया होगी रोग और कीटों का खतरा भी कम हो जाएगा.

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हाइलाइट्स

  • लहसुन की फसल में कीट से बचाव के लिए क्लोरोपाईफास का छिड़काव करें.
  • पर्पल ब्लॉच रोग से बचाव के लिए मैंकोजेव का उपयोग करें.
  • लहसुन की फसल तैयार होने पर सिंचाई बंद करें.

बस्ती: लहसुन भारतीय रसोई के लिए बेहद जरूरी है. इसका इस्तेमाल हर भारतीय व्यंजन में किया जाता है, जिससे न केवल खाने का स्वाद बेहतरीन होता है बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. विशेष रूप से चिकन और मटन के व्यंजनों में लहसुन का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. लहसुन की मांग अधिक होने के कारण कभी-कभी मंडियों में इसकी कमी हो जाती है, जिससे इसकी कीमत में तेजी से उछाल आता है. इस साल लहसुन की कीमत ₹400 प्रति किलो तक पहुंच गई थी.

सही जानकारी के साथ करें खेती
कृषि रक्षा अधिकारी बस्ती, रतन शंकर ओझा बताते हैं कि लहसुन की खेती कर रहे किसानों को सही जानकारी का होना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसकी खेती में कई समस्याएं आ सकती हैं, जैसे कि रोग और कीटों का प्रकोप. लहसुन की फसल में पर्पल ब्लॉच रोग का असर देखा जाता है, जिसमें पत्तियां ऊपर से सूखने लगती हैं.

इससे बचने के लिए मैंकोजेव 70 WP तीन से चार ग्राम प्रति लीटर पानी या कॉर्नवेंडाजेम 20 प्रतिशत के साथ मैंकोजेव 63 प्रतिशत का मिश्रण दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए. इन दवाओं का छिड़काव नौ से दस दिन के अंतराल पर दो से तीन बार करना आवश्यक होता है.

अगर कीटों से खराब हो रही हो फसल
अगर कीटों के कारण लहसुन की फसल खराब हो रही हो, तो क्लोरोपाईफास 20 प्रतिशत ईसी तीन मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए. दस दिन के अंतराल पर दो बार छिड़काव करना जरूरी होता है. फसल में नमी बनाए रखने के लिए नियमित सिंचाई करनी चाहिए, ताकि पानी की कमी से फसल खराब न हो.

इस दौरान न करें सिंचाई
जब लहसुन की फसल दस से पंद्रह दिन में खुदाई के लिए तैयार होने वाली हो, तो इस दौरान सिंचाई पूरी तरह से बंद कर देनी चाहिए. अगर सिंचाई जारी रही, तो अधिक नमी के कारण भंडारण में समस्या आ सकती है और लहसुन जल्दी खराब हो सकता है.

खेत से निकालने के बाद इसे हल्के छायादार स्थान पर एक सप्ताह तक सुखाना चाहिए. इसके बाद गुच्छे बनाकर लहसुन को ठीक से लटका कर भंडारण करना चाहिए. अगर किसान लहसुन की खेती में सही तकनीकों का पालन करें, तो वे अच्छी पैदावार के साथ बेहतर मुनाफा भी कमा सकते हैं.

Location :

Basti,Uttar Pradesh

First Published :

February 12, 2025, 09:27 IST

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