रेवाड़ीः भारत-कनाडा विवाद के बीच विकास यादव नाम का शख्स सुर्खियों में है. उसे अमेरिका की सुरक्षा एजेंसी FBI ढूंढ रही है. एफबीआई कहना है कि वह भारत में सरकारी कर्मचारी था, उसे वांटेड लिस्ट में रखा गया है. उस पर आतंकी और अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. जबकि भारत सरकार का कहना है कि वसूली के मामले में उसे गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था. रिहाई के बाद से वह गायब है. इसी बीच उसका हरियाणा कनेक्शन सामने आया है. आइए जानते हैं विकास परिवार ने क्या बाताया?
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, विकास यादव की मां और भाई ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने विकास को एक साल से नहीं देखा. महीनों से विकास से कोई कॉन्टैक्ट नहीं हुआ. उसकी मां ने कहा कि उसे उसके खिलाफ लगे आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन विकास आखिरी बार पिछले साल हरियाणा के रेवाड़ी के एक गांव में अपने घर आया था. वह उसकी बेटी के जन्म के समय घर पहुंचा था. उसके बाद से वह अपने परिवार के संपर्क में नहीं है.
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उसके रिश्तेदारों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि विकास को पिछले साल 18 दिसंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार किया था. अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) के दस्तावेजों में पन्नू मामले में “सीसी-1” (सह-साजिशकर्ता) के रूप में उसका उल्लेख किए जाने के तीन सप्ताह से भी कम समय बाद, जमानत मिलने के बाद उसे 22 अप्रैल को तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था. दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में उनके जन्म स्थान को प्राणपुरा बताया गया है. वही स्थान जिसका उल्लेख न्याय विभाग के दस्तावेजों में किया गया है.
विकास यादव की मां और भाई ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वे महीनों से विकास के संपर्क में नहीं हैं. उसकी मां ने कहा कि उन्हें विकास के ऊपर लगे आरोपों के बारे में जानकारी नहीं है. हरियाणा पुलिस में उनके भाई ने कहा कि वह सीआरपीएफ में थे. कई इलाकों में तैनात रहे. आखिरी बार वो पिछले साल घर आया था. हमने उससे फोन पर बात नहीं की है. हमें नहीं पता कि उसके साथ क्या हो रहा है. यह बहुत संवेदनशील मुद्दा है और हम इस बारे में बात नहीं कर सकते. सरकार वही करेगी जो उसे करना है.
दक्षिण दिल्ली के पड़ोस में जहां विकास एक सरकारी कॉलोनी में रहते थे, पड़ोसियों ने कहा कि उन्होंने पिछले साल दिसंबर से उन्हें नहीं देखा है. जब द इंडियन एक्सप्रेस ने उस पते पर जाकर देखा, तो दरवाजा बंद नहीं था, लेकिन घर खाली दिखाई दिया और ग्राउंड फ्लोर पर गैरेज बंद था.
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FIRST PUBLISHED :
October 20, 2024, 08:47 IST