जम्मू कश्मीर के कटड़ा में चार दिन से स्थानीय लोगों की हड़ताल जारी है। इससे श्रद्धालुओं को खासी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोग श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की महत्वाकांक्षी परियोजना गोंडोला केबल कार के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के चलते भवन मार्ग पर दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। पंचायत पुराना दारूड के लोगों, घोड़ा, पिट्ठू और पालकी मजदूरों ने काम नहीं किया और अपना विरोध दर्ज कराया।
बाणगंगा से मिल्कबार क्षेत्र तक सभी निजी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे, जिससे इस मार्ग पर आने वाले श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। घोड़ा, पिट्ठू और पालकी सेवाओं के बंद होने से श्रद्धालुओं को भवन तक पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। हालांकि, अर्धकुंवारी मंदिर से भवन तक बैटरी कार और हेलीकॉप्टर सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। हड़ताल से सबसे अधिक परेशानी दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं को हो रही है, जिन्हें भवन मार्ग पर पैदल यात्रा करना मुश्किल हो रहा है।
क्यों हो रही हड़ताल
प्रदर्शनकारियों ने कटड़ा मुख्य बस अड्डे पर भी प्रदर्शन किया, जिससे बस अड्डे के पास वाहनों की आवाजाही बाधित रही। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि गोंडोला केबल कार परियोजना को रद्द किया जाए, क्योंकि इससे उनकी आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केबल कार सेवा शुरू होने से घोड़ा, पिट्ठू और पालकी सेवाएं अप्रासंगिक हो जाएंगी, जो स्थानीय निवासियों की आर्थिक रीढ़ हैं। श्राइन बोर्ड की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, जबकि प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
लिखित आश्वासन के बाद खुलेंगी दुकाने
जिलायुक्त रियासी विशेष पाल महाजन के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया। हालांकि, दुकानदारों ने स्पष्ट किया कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा, दुकानें बंद रहेंगी। शाम 5 बजे के बाद वे फैसला करेंगे कि दुकानें बंद रखें या यात्रियों के लिए खोलें। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अगली बैठक तक सभी गतिविधियां स्थगित रहेंगी।
(जम्मू कश्मीर से राही कपूर की रिपोर्ट)