Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:February 07, 2025, 18:45 IST
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पारंपरिक देवलु नाटी, वाद्ययंत्र, रंगोली, नाटक मंचन, शास्त्रीय संगीत, भजन संध्या और कवि सम्मेलन जैसे कार्यक्रम होंगे. ये आयोजन मंडी के पड्डल ग्राउंड और संस्कृति सदन कांगनीधार ...और पढ़ें
नाटी की तस्वीर
हाइलाइट्स
- अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है.
- यह कलाकारों के लिए एक बड़ा मंच होगा.
- 27 फरवरी से 5 मार्च तक आयोजित इस भव्य मेले में अद्भुत सांस्कृतिक अनुभव मिलेगा.
मंडी: मंडी में शिवरात्रि मेले की भव्य तैयारियां जोरों पर हैं. 27 फरवरी से 5 मार्च तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. उपायुक्त एवं मेला समिति अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने बताया कि इस महोत्सव में पारंपरिक देवलु नाटी, वाद्य यंत्र प्रतियोगिता, रंगोली, नाटक मंचन, शास्त्रीय संगीत, भजन संध्या और कवि सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम होंगे.
यह आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा कांगनीधार और पड्डल मैदान में किया जाएगा. प्रतिभागियों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
20 फरवरी तक होगा रजिस्ट्रेशन
शास्त्रीय संगीत, नाटक मंचन, भजन संध्या और रंगोली प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक कलाकार और संस्थाएं 20 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं. इच्छुक प्रतिभागी भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय में आवेदन जमा कर सकते हैं. इसके अलावा dlomandi50@gmail.com पर ऑनलाइन आवेदन भेज सकते हैं. देवलू नाटी व वाद्य यंत्र प्रतियोगिता प्रतियोगिता का पंजीकरण 28 फरवरी को पड्डल ग्राउंड में होगा.
ये रहेगा कार्यक्रमों का शेड्यूल
देवलू नाटी व वाद्य यंत्र प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का पंजीकरण 28 फरवरी को होगा. अगले दिन एक मार्च सुबह 10 बजे से पड्डल ग्राउंड में देवलू नाटी और वाद्य यंत्र प्रतियोगिता का शानदार आगाज होगा. 3 और 4 मार्च को भी सुबह 10 बजे से देवलू नाटी और वाद्य यंत्र प्रतियोगिता करवाई जाएगी. 4 मार्च को ही प्रतियोगिता का फाइनल होगा. 23 और 24 फरवरी को प्रातः 11 बजे से संस्कृति सदन में नाटकों का मंचन होगा. संस्कृति सदन में ही 25 फरवरी को प्रातः 11 बजे से शास्त्रीय संगीत और शाम 5 बजे से भजन संध्या आयोजित होगी. 27 फरवरी को प्रातः 10 बजे से पड्डल मैदान में रंगोली प्रतियोगिता आयोजित होगी. 28 फरवरी प्रातः 11 बजे से संस्कृति सदन में कवि सम्मेलन होगा.
प्रतिभाओं को मिलेगा मंच
मंडी के इतिहासकार आकाश शर्मा के अनुसार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव जिले का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन है. यह उत्सव स्थानीय कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करता है. हजारों दर्शकों के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने का यह सुनहरा अवसर होता है. हर साल यह मेला कई उभरते कलाकारों को पहचान दिलाता है.
Location :
Mandi,Himachal Pradesh
First Published :
February 07, 2025, 18:45 IST