सपने में आए राजकुमार से प्रेम कर बैठी बाणासुर की पुत्री, फिर..गजब है कहानी

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Agency:News18 Rajasthan

Last Updated:February 12, 2025, 13:13 IST

बयाना स्थित ऊषा मंदिर इसी दिव्य प्रेम कथा का प्रतीक माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऊषा ने एक रात स्वप्न में एक सुंदर युवक को देखा और उससे प्रेम कर बैठी. यह युवक कोई और नहीं, बल्कि अनिरुद्ध, भगवान श्रीकृ...और पढ़ें

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ऊषा

ऊषा मंदिर बयाना 

हाइलाइट्स

  • ऊषा मंदिर महाभारत काल की प्रेम कथा से जुड़ा है.
  • मंदिर में अनिरुद्ध और ऊषा की प्रेम कहानी के साक्ष्य हैं.
  • यह मंदिर प्रेम, भक्ति और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है.

भरतपुर:- राजस्थान के भरतपुर जिले के ऐतिहासिक नगर बयाना में स्थित ऊषा मंदिर प्रेम और भक्ति की अनूठी मिसाल है. यह मंदिर महाभारत काल की एक प्रसिद्ध प्रेम कथा से जुड़ा हुआ है. जो भगवान श्रीकृष्ण के प्रपौत्र अनिरुद्ध और असुर सम्राट बाणासुर की पुत्री ऊषा के प्रेम प्रसंग को दर्शाता है. यह प्रेम गाथा आज भी इस मंदिर के पवित्र वातावरण में जीवंत प्रतीत होती है.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऊषा ने एक रात स्वप्न में एक सुंदर युवक को देखा और उससे प्रेम कर बैठी. यह युवक कोई और नहीं, बल्कि अनिरुद्ध, भगवान श्रीकृष्ण के प्रपौत्र थे. जब ऊषा ने अपनी सखी चित्रलेखा से इस बारे में बताया, तो चित्रलेखा ने अपने योगबल से अनिरुद्ध का हरण कर लिया और उन्हें बाणासुर के किले में ले आई. जब यह बात बाणासुर को पता चली, तो उसने अनिरुद्ध को बंदी बना लिया.

श्रीकृष्ण और बाणासुर में हुई भीषण लड़ाई
अपने प्रपौत्र को छुड़ाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण बलराम और प्रद्युम्न ने बाणासुर के विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया. यह युद्ध भीषण था, लेकिन अंत में भगवान शिव के आशीर्वाद से श्रीकृष्ण ने बाणासुर को पराजित किया. इस युद्ध के बाद बाणासुर ने अनिरुद्ध और ऊषा के विवाह को स्वीकार कर लिया और दोनों का विधिपूर्वक विवाह किया. बयाना स्थित ऊषा मंदिर इसी दिव्य प्रेम कथा का प्रतीक माना जाता है.

गुप्त काल या उससे पूर्व का मंदिर
यह मंदिर अपनी अद्भुत स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है. मंदिर की दीवारों पर की गई प्राचीन नक्काशी और मूर्तिकला इस मंदिर की भव्यता को दर्शाती है. कहा जाता है कि यह मंदिर गुप्त काल या उससे पूर्व का है. समय-समय पर इसका जीर्णोद्धार किया गया है. यह स्थान श्रद्धालुओं पर्यटकों और प्रेमी जोड़ों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है. हर वर्ष यहां प्रेमी युगल आते हैं और अपने प्रेम जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.

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प्रेम भक्ति और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक
इसके अलावा मंदिर में विशेष धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव भी आयोजित किए जाते हैं, जो इसकी आध्यात्मिक महिमा को और बढ़ाते हैं. ऊषा मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह प्रेम भक्ति और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक भी है. यह मंदिर संदेश देता है कि प्रेम का मार्ग चाहे कितना भी कठिन क्यों न हो, सच्चा प्रेम अंतत अपने लक्ष्य तक पहुंच ही जाता है. यदि आप कभी भरतपुर जिले के बयाना कस्बे में आएं, तो इस ऐतिहासिक और प्रेम मंदिर के दर्शन अवश्य करें.

Location :

Bharatpur,Rajasthan

First Published :

February 12, 2025, 13:13 IST

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