ससुर के सपने को बहू ने किया पूरा, सिविल इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ बनीं अफसर

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Pallavi

Pallavi Anand

पूर्वी चंपारण:- बिहार बीपीएससी 69वीं का परिणाम घोषित हो गया है. पूर्वी चंपारण की पल्लवी आनंद ने 182वां रैंक प्राप्त किया है और उनका चयन राजस्व अधिकारी के पद पर हुआ है. पल्लवी ने एक बड़ी कंपनी में सिविल इंजीनियर की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की. उनकी अथक मेहनत और परिवार के सहयोग से यह सफलता संभव हो सकी. पल्लवी ने न केवल अपने मायके की प्रशासनिक परंपरा को आगे बढ़ाया है, बल्कि ससुर के अधूरे सपने को भी साकार किया है.

इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ बनीं अफसर

पल्लवी आनंद ने M.Tech की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में सिविल इंजीनियर के रूप में कार्य किया. लेकिन लॉकडाउन के दौरान जब वे गांव वापस लौटीं, तो परिस्थितियों ने उन्हें सिविल सेवा की ओर प्रेरित किया. इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. पहले ही प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर अफसर बनने का सपना पूरा कर लिया.

पल्लवी आनंद का BPSC Exam में ऑप्शनल विषय Sociology था. लोकल18 से बातचीत के दौरान पल्लवी ने बताया कि उन्होंने किसी ऑनलाइन क्लास का सहारा नहीं लिया और घर पर रहकर ही पढ़ाई की. यूट्यूब पर ऑनलाइन गाइडेंस से पढ़ाई की और साथ ही NCERT की किताबों का गहराई से अध्ययन किया. Polity के लिए लक्ष्मीकांत, और History के लिए स्पेक्ट्रम का उपयोग किया.

रोजाना इतने घंटे करती थीं पढ़ाई

पल्लवी ने रोजाना 5-6 घंटे पढ़ाई की और एक स्पष्ट रणनीति बनाकर नियमित रूप से रिवीजन किया. पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच टाइम मैनेजमेंट को प्राथमिकता दी. उनकी सास और परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग ने उनकी तैयारी को और आसान बना दिया.

दो घरों के सपनों को किया साकार  

पल्लवी ने अपनी सफलता पर बात करते हुए Local 18 को बताया कि मैं दो परिवारों से जुड़ी हूं, एक ससुराल और दूसरा मायका. मेरे ससुराल में हमेशा से सामाजिक हित में कार्य करने का माहौल रहा है और मेरे मायके में भी प्रशासनिक सेवाओं की परंपरा रही है. मेरे दादा जी, चाचा और मामा सहित परिवार के कई सदस्य प्रशासनिक सेवा में रहे हैं. इस बार मैंने इस परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है.

ससुर का अधूरा सपना हुआ पूरा

पल्लवी के ससुर विद्यापति झा, जो विद्यापति पब्लिक स्कूल के निदेशक हैं, ने सैनिक स्कूल से पढ़ाई की थी और फौज में अपनी सेवाएं दी थी. लेकिन किसी कारणवश उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी. अपनी बहू की सफलता पर वे भावुक और गर्वित दिखे. उन्होंने कहा कि एक अधूरी इच्छा थी, जिसपर अब मरहम लग गया है. पल्लवी की इस उपलब्धि से न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि आसपास के लोग भी बेहद खुश हैं.

Tags: Bihar News, BPSC exam, Local18, Success Story

FIRST PUBLISHED :

November 28, 2024, 07:00 IST

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