Last Updated:January 23, 2025, 09:21 IST
WEF Summit : दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में महाराष्ट्र सहित कई राज्यों ने अपना पवेलियन स्थापित किया है. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीश का कहना है कि यहां हमारे राज्य ने 16 लाख करोड़...और पढ़ें
नई दिल्ली. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि उनके राज्य ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की वार्षिक बैठक के दौरान लगभग 16 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये एमओयू विभिन्न क्षेत्रों में किए गए हैं और इससे राज्य को अपनी जीडीपी को 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
फडणवीस ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया कि भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए महाराष्ट्र को 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना होगा और हम इस लक्ष्य को साल 2030 तक प्राप्त कर लेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में नीतियों की निरंतरता पर निवेशकों का विश्वास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनका भरोसा इस रिकॉर्ड स्तर के निवेश प्रतिबद्धताओं का कारण बना है. राज्य सरकार इन एमओयू की निगरानी करेगी, ताकि वे वास्तविक निवेश में परिवर्तित हो सकें. देश की और अधिक वृद्धि के लिए सभी राज्यों का एक साथ बढ़ना महत्वपूर्ण है.
अन्य राज्यों ने भी जताया भरोसा
दावोस में मौजूद तेलंगाना के मंत्री डी श्रीधर बाबू ने कहा कि उन्हें भी विश्वास है कि उनका राज्य 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के जीडीपी लक्ष्य को हासिल कर लेगा. इसी तरह, केरल के मंत्री पी राजीव ने कहा कि उनका राज्य पहली बार दावोस आया है और उसने अगले महीने होने वाले इन्वेस्ट केरल समिट के लिए वैश्विक निवेशकों को आमंत्रित किया है. उम्मीद है कि अगर हमारे राज्य में निवेश आया तो हम भी इस लक्ष्य को हासिल करने की तरफ बढ़ जाएंगे.
दुनिया के लिए नीति बना सकता है भारत
तमिलनाडु के मंत्री टी आर बी राजा ने कहा कि भारत दुनिया का ज्ञान केंद्र है और अगर भारत एकजुट होकर सामने आता है तो वह पूरी दुनिया के लिए नीतियां बना सकता है और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) जैसे आयोजन किसी भी भारतीय शहर में हो सकते हैं. पहली बार सभी भारतीय नेता, जिनमें केंद्र और विभिन्न राज्यों के नेता शामिल हैं, एक साथ आए. उनके पवेलियन भी दो भारतीय पवेलियनों के भीतर स्थित थे. यह एकजुट भारत का संकेत है. अगली बार एक ही पवेलियन होना चाहिए.
भारत अनुभव और युवा का मिश्रण
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने कहा कि इस बार भारत से दावोस में अनुभव और युवा का घातक मिश्रण आया है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में यही मिश्रण सबसे ज्यादा काम आने वाला है. भारतीय युवाओं को कौशल सिखाकर तैयार किया जाए तो आने वाले समय में पूरी दुनिया में हमारी पहुंच होगी.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 23, 2025, 09:21 IST