Agency:Local18
Last Updated:February 05, 2025, 11:09 IST
Rare Kachidi Fish: काकीनाडा में मछुआरों को 25 किलो की कचिडी मछली मिली, जिसकी कीमत 3.95 लाख रुपये है. यह मछली चिकित्सा, प्रसाधन और वाइन फिल्टरिंग में उपयोगी होती है, इसलिए महंगी बिकती है.
हाइलाइट्स
- काकीनाडा में मछुआरों को 25 किलो की कचिडी मछली मिली.
- कचिडी मछली की कीमत 3.95 लाख रुपये आंकी गई.
- कचिडी मछली चिकित्सा, प्रसाधन और वाइन फिल्टरिंग में उपयोगी होती है.
काकीनाडा: सुबह-सुबह जाल डालने गए मछुआरों के चेहरे पर अचानक तब खुशी दौड़ गई होगी, जब उनके जाल में एक ऐसी मछली फंसी, जिसकी कीमत लाखों में थी. जी हां, आंध्र प्रदेश के काकीनाडा समुद्र तट पर मछली पकड़ने गए कुछ मछुआरों की किस्मत ऐसी चमकी कि उन्हें 25 किलो की कचिडी मछली मिली, जिसकी कीमत पूरे 3.95 लाख रुपये आंकी गई.
गोदावरी जिलों में मछलियों को लेकर एक अलग ही दीवानगी है. एक तरफ गोदावरी नदी की पुलसा मछली, जिसकी कीमत सुनकर लोगों के होश उड़ जाते हैं—कहते भी हैं, “गहने बेचकर भी पुलसा खानी चाहिए” तो दूसरी तरफ समुद्र की खास मेहमान कचिडी मछली, जिसकी कीमत वजन से नहीं, बल्कि उसके गुणों से तय होती है.
आखिर क्यों इतनी महंगी होती है कचिडी?
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस मछली में ऐसा क्या खास है, जो इसकी कीमत आसमान छू रही है? तो जनाब, यह कोई आम मछली नहीं, बल्कि चिकित्सा क्षेत्र की खास जरूरतों को पूरा करने वाली मछली है. विशेषज्ञ बताते हैं कि इस मछली के पेट के हिस्से से सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले महंगे धागे बनाए जाते हैं.
इतना ही नहीं, सुंदरता बढ़ाने वाले प्रसाधनों (Cosmetics) में भी इस मछली का अहम योगदान होता है और तो और, महंगी वाइन को फिल्टर करने के लिए भी इसके पंखों का उपयोग किया जाता है. बस, इन्हीं खूबियों के चलते यह मछली सोने के भाव बिकती है.
बाइक से पहाड़ों की ओर निकला जर्मन नागरिक, लेकिन एक गलती… और हाथी ने सूंड में लपेटकर फेंक दिया
स्थानीय मछुआरों का कहना है कि कचिडी मछली हमेशा नहीं मिलती, साल में दो-तीन बार ही यह जाल में फंसती है, लेकिन जब भी मिलती है, यह किसी जैकपॉट से कम नहीं होती. और इस बार काकीनाडा के मछुआरों की किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि वे सीधा खबरों में आ गए.
First Published :
February 05, 2025, 11:09 IST
सुबह-सुबह डाला जाल और जब बाहर निकली ये मछली, कीमत सुनकर दंग रह गए सब!