Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 11, 2025, 13:56 IST
सेना से 2001 में रिटायर्ड रामनाथ राय ने वैशाली में शिमला मिर्च की खेती शुरू की, जिससे 70 किसान जुड़े. उन्होंने पूसा कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण लिया और अब कम लागत में अधिक मुनाफा कमा रहे हैं.
शिमला मिर्च की खेती करते किसान
राजकुमार सिंह/वैशाली. 2001 में रिटायर्ड होकर अपने गांव आया सेना का एक जवान, आज एक सफल किसान बन गया है. आलम यह है कि सेवा निवृत्त यह जवान न सिर्फ पारंपरिक खेती करता है, बल्कि कई ऐसी चीजों की खेती भी करता है, जिसकी खेती बिहार में कम ही किसान करते हैं, और शायद यही वजह है कि वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड क्षेत्र स्थित भलुई गांव के रामनाथ राय, आज जिले के किसानों के लिए एक मिसाल बन गए हैं.
यहां से हुई किसान बनें की शुरूआत
दरअसल, 2001 में सेना से सेवानिवृत्त होने वाले इस किसान ने सेना में नौकरी करते समय ही खेती करने का मन बना लिया था और रिटायर्ड होते ही उन्होंने मन की सुनी, और आज वह एक सफल किसान बन गए हैं. रामनाथ बताते हैं कि जब वह शिमला में पदस्थापित थे, तब वहां उन्होंने शिमला मिर्च की खेती देखी थी और तब से ही वह अपने घर पर भी इसकी खेती करना चाहते थे. लेकिन बिहार में शिमला मिर्च की खेती नहीं होती थी, इस कारण वह इसे नहीं कर पा रहे थे. लेकिन, रिटायरमेंट के 23 सालों बाद उनका सपना पूरा हो गया और आज वह बिहार के 70 किसानों के साथ अपने गाँव में भी शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं.
70 किसान जुड़े…
उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने पूसा कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण लिया और फिर धान, गेंहू और आलू की खेती शुरू की. फिर आगा खान संस्थान से जुड़े और संस्थान को शिमला मिर्च की खेती के बारे में बताया, जिसके बाद आगा खान संस्थान ने उनके अलावा 70 अन्य किसानों के लिए भी शिमला मिर्च के बीज मंगवा दिए. वह बताते हैं कि अभी तो सिर्फ 70 किसान बिहार में इसकी खेती कर रहे हैं, लेकिन आने वाले कुछ समय में यहां के 200 से अधिक किसान इसकी खेती करेंगे.
कम इनवेस्टमेंट के बाद ऐसे बनाए पैसे
रामनाथ राय ने बताया कि 1400 रुपए में 10 ग्राम बीज आता है, जिससे 2 कट्ठे जमीन पर इसकी खेती की जा सकती है. सबसे खास बात यह है कि इसकी खेती से कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है, या यों कहें कि कुछ पैसें खर्च कर के किसान लाखों कमा सकते हैं. बहरहाल, सेवानिवृत्त सेना का जवान अपने गांव में अलग तरीके से खेती-बाड़ी शुरू की है, जो ना सिर्फ इस गांव बल्कि जिले के किसानों के लिए एक नजीर बन गया है.
First Published :
February 11, 2025, 13:56 IST