नई दिल्ली. स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर में ‘ओजस्विनी’ कार्यक्रम में महिला-सशक्तिकरण का विराट उत्सव मनाया गया. पूरा उत्सव महिला विभाग की बालिकाओं, युवतियों और महिलाओं को द्वारा आयोजित किया गया. इस अवसर पर बीएपीएस की हजारों महिलाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए यह संदेश दिया कि महिलाओं को पहचानना और सशक्त करना न केवल एक नैतिक जिम्मेदारी है, बल्कि एक समरस समाज की आधारशिला भी है.
अक्षरधाम में महिला विभाग की संयोजिका हिमानी मेहता ने बताया कि अक्षरधाम मंदिर का यह द्विदशाब्दी वर्ष चल रहा है. यह कार्यक्रम महिला विभाग की स्वयंसेविकाओं के सुचारु समन्वय और सहयोग से संभव हो सका है. उन्होंने केवल एक उद्देश्य से काम किया – भगवान और गुरु महंतस्वामी महाराज को प्रसन्न करना. उत्सव की शुरुआत भक्तिपूर्ण मंगलाचरण के साथ पारंपरिक दीप प्रज्वलन समारोह से हुई.
कार्यक्रम में बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मस्वरूप महंतस्वामी महाराज का संक्षिप्त परिचय दिया गया. तीन घंटे के इस कार्यक्रम में संकल्प, शक्ति, और सशक्तिकरण के विषय को संवाद, प्रेरणादायक फिल्म, सांस्कृतिक नृत्य और संगीतमय प्रस्तुति दी गयी. संस्था में महिलाएं विभिन्न गतिविधियों और आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उनकी शक्ति संस्था की नींव का मजबूत आधार है।
भगवान स्वामिनारायण ने स्वयं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की शिक्षा और साक्षरता को प्रोत्साहित किया था. उन्होंने महिलाओं को अध्ययन-अध्यापन, संपत्ति, कृषि, और पारिवारिक व्यवसाय संभालने और आत्मविश्वास से अपने विचार व्यक्त करने का अवसर दिया था. अंत में, बालिका मंडल (बालिका एवं युवती विभाग) द्वारा एक विशेष बैले प्रस्तुत किया गया, जो एकता और सुंदरता का प्रतीक था. समारोह में मुख्य अतिथि मीनाक्षी लेखी ( पूर्व विदेश राज्य मंत्री), अभिलाषा कुमारी (पूर्व न्यायिक सदस्य, लोकपाल) के अलावा डॉ. बुलबुल सूद, प्रोफेसर डॉ. सविता पुरी और डॉ. सुषमा चावला मौजूद रहीं.
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FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 19:10 IST