Agency:News18 Haryana
Last Updated:February 02, 2025, 19:27 IST
हरियाणा पुलिस के सब-इंस्पेक्टर रामलाल ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए बेटियों को हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक किया. उन्होंने हजारों बेटियों को हेलमेट वितरित किए और सामूहिक विवाह में हेलमेट पहनाकर आठवां फे...और पढ़ें
बेटियों की सुरक्षा के लिए रामलाल की अनोखी मुहिम.
हाइलाइट्स
- सब-इंस्पेक्टर रामलाल ने बेटियों को हजारों हेलमेट वितरित कर चुके हैं.
- उन्होंने सामूहिक विवाह में जोड़ों को भी हेलमेट पहनाएं.
- उनकी इस मुहिम से समाज में सड़क सुरक्षा को लेकर नई सोच विकसित हुई.
फरीदाबाद: सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मी रामलाल की ‘डॉटर विद हेलमेट’ मुहिम ने एक नई दिशा दिखाई है. खासकर महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए उन्होंने मुहिम की शुरुआत की है. इस अभियान की शुरुआत साल 2006 में हुई, जब रामलाल ने देखा कि अधिकांश महिलाएं टू-व्हीलर चलाते समय हेलमेट नहीं पहनती थीं.
इस स्थिति को बदलने के लिए उन्होंने ‘डॉटर विद हेलमेट’ अभियान शुरू किया. इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करना और सड़क दुर्घटनाओं में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना था. उनके प्रयासों से न केवल जागरूकता बढ़ी, बल्कि कई महिलाओं ने हेलमेट पहनने की आदत भी अपनाई.
बेटियों को जागरूक करने के लिए बांटे हेलमेट
रामलाल की यह पहल न सिर्फ एक मुहिम बल्कि एक क्रांतिकारी बदलाव साबित हुई, जिसने बेटियों की सड़क सुरक्षा को लेकर समाज में एक नई सोच विकसित की. रामलाल ने अपनी मुहिम में बेटियों को जागरूक करने के लिए हेलमेट बांटने का भी काम किया.
उन्होंने कई हजार हेलमेट बेटियों को वितरित किए ताकि उन्हें हेलमेट पहनने की अहमियत समझाई जा सके. इसके अलावा साल 2018 में उन्होंने एक नई पहल की. सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में शादी वाले जोड़ों को हेलमेट पहनाकर उन्हें आठवां फेरा दिलवाया. उनका मानना था कि हेलमेट पहनकर शादी करने से न केवल बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है बल्कि यह समाज में सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती है.
रामलाल ने साझा किया दर्द
रामलाल का यह अभियान सिर्फ हेलमेट पहनने तक सीमित नहीं है. वह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करने वालों को भी समझाते हैं, ताकि किसी की जान बचाई जा सके. उन्होंने बताया कि एक बार उनकी आँखों के सामने एक महिला की मौत हो गई थी जो हेलमेट नहीं पहन रही थी. इस हादसे ने उन्हें और भी प्रेरित किया और उन्होंने ठान लिया कि वह बेटियों की सुरक्षा के लिए और भी सख्त कदम उठाएंगे.
रामलाल का यह अभियान सड़क सुरक्षा और नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए भी काम कर रहा है. वह नशे के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं ताकि युवा नशे के जाल में न फंसे और उनका जीवन सुरक्षित रहे. उनकी कोशिश है कि सड़क पर कोई भी युवा या महिला हेलमेट के बिना न चले और कोई दुर्घटना ना हो.
बेटियों की सुरक्षा में उठाए जा रहें महत्वपूर्ण कदम
रामलाल की यह मुहिम न केवल बेटियों की सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में सुरक्षा और जागरूकता के प्रति एक प्रेरणा भी है. उनका उद्देश्य है कि हर बेटी को हेलमेट पहनने की आदत डाली जाए ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कोई जान न जाए.
Location :
Faridabad,Haryana
First Published :
February 02, 2025, 19:27 IST