किष्किंधा कांडम का बीटीएस वीडियो
नई दिल्ली:
फिल्मों में आपने ऐसे बहुत से सीन देखे होंगे जो ट्रेन के अंदर शूट होते हैं. कुछ सीन्स ऐसे भी होते हैं जो ट्रेन की खिड़की के बाहर से डिब्बे के अंदर का नजारा दिखाते हैं. मसलन कोई एक्ट्रेस या एक्टर ट्रेन की खिड़की के पास बैठा है. और, उसे बाहर से शूट करना. रूकी हुई ट्रेन में ये सीन शूट करना आसान है. पर, मान लीजिए ट्रेन चल रही हो तो ये सीन कैसे शूट हो सकता है. हो सकता है कि आप कहें कि किसी गाड़ी पर पूरी कैमरा यूनिट रख कर सीन शूट किया जा सकता है या फिर ड्रेन की मदद से ये काम कर सकते हैं. लेकिन ये काम बोलने में जितना आसान है शूट करने में उतना आसान नहीं है. सुपरहिट मलयालम फिल्म किष्किंधा कांडम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे ट्रेन को कुछ लोग हिला रहे हैं. फिल्म का बजट लगभग सात करोड़ रुपये है और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 75 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर सकती है.
कोई ट्रेन चल रही हो, उसकी विंडो पर हीरोइन बैठी हो. जिसके बाल भी उड़ रहे हों. और ये एकदम क्लोज सीन है यानी कि बहुत पास से फिल्माया गया सीन है. तो, इसे कैसे शूट किया जा सकता है. बस यूं समझ लीजिए कि ये बहुत ट्रिकी काम है. क्योंकि सब कुछ नकली है. ट्रेन के डिब्बे से लेकर हीरोइन की जुल्फें उड़ाने वाली हवा तक. और दर्शकों को ये यकीन दिलाना होता है कि सब कुछ सच में हो रहा है. कुछ इफेक्ट्स या सेट्स क्रिएट करने के लिए अक्सर हरे पर्दे का इस्तेमाल होता है, यानी कि क्रोमा का. पर हर बार क्रोमा काम नहीं करता. कई बार मेकर्स को कुछ और तरीके अपनाने पड़ते हैं.
The Effort down the country ????#KishkindhaKaandam
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ट्विटर पर शम्सी नाम के एक हैंडल ने बताया है कि किस तरह ऐसा सीन शूट किया जाता है. इस शेयर्ड वीडियो के मुताबिक ट्रेन के टेंपरेरी डिब्बों को कुछ लोग हिलाते हैं. जिससे ऐसा इफेक्ट आता है जैसे ट्रेन चल रही हो. उसके साथ ही आसपास बड़े बड़े पंखे लगाए जाते हैं. जिसकी हवा से हीरोइन के बाल या एक्टर के कपड़े हवा से उड़ते दिखाई देते हैं. इस तरह बहुत सारे लोगों की मेहनत से सीन शूट किया जाता है.