Agency:News18 Chhattisgarh
Last Updated:January 22, 2025, 10:05 IST
Health tips : छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा के अनुसार, माघ मास में हमें अपने आहार-विहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए और इस माह में खास कर मूली, मिश्री का सेवन नहीं करना चाहिए.
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कोरबा. हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास का आरंभ 14 जनवरी 2025 से हो चुका है. आयुर्वेद के अनुसार, प्रत्येक ऋतु में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान और जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की सलाह दी जाती है. छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा के अनुसार, माघ मास में हमें अपने आहार-विहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए और इस माह में खास कर मूली, मिश्री का सेवन नहीं करना चाहिए.
माघ मास में स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां
माघ मास में ठंड के कारण हृदय रोग, जोड़ों का दर्द, सर्दी-खांसी जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इस माह में हमें गर्म कपड़े पहनकर शरीर को ढककर रखना चाहिए.
आहार में क्या खाएं…
गर्म और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन: माघ मास में गर्म और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए. जैसे कि दूध, दही, घी, मक्खन, गर्म मसाले आदि.
सूखा मेवा: बादाम, काजू, किशमिश आदि सूखा मेवा भी सेवन करना चाहिए.
हरी सब्जियां: हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी, गाजर आदि का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है
फल: सेब, संतरा, आंवला जैसे फल का सेवन करना चाहिए.
आहार में क्या न खाएं
ठंडे पेय और भोजन: ठंडे पेय और भोजन का सेवन करने से बचें.
तली हुई चीजें: तली हुई चीजों का सेवन करने से बचें.
मसालेदार भोजन: बहुत अधिक मसालेदार भोजन का सेवन करने से बचें.
जीवनशैली में क्या बदलाव करें
नियमित व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ रहता है. रात को समय पर सोएं और सुबह जल्दी उठें. तनाव से बचने के लिए योग और ध्यान करें. आयुर्वेद में कई ऐसे नुस्खे बताए गए हैं जो माघ मास में स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं. जैसे कि च्यवनप्राश, अश्वगंधा, शतावरी आदि.
माघ मास में आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं. डॉ. शर्मा का कहना है कि हमें प्राकृतिक तरीकों से स्वस्थ रहने का प्रयास करना चाहिए.
Location :
Korba,Chhattisgarh
First Published :
January 22, 2025, 10:05 IST