कोरापुट: लकड़ी इकट्ठा करने गए एक दंपति की बिजली के तार की चपेट में आने से मौत हो गई। दोनों की मौत उस समय हुई जब वे शिकार के लिए लगाए गए एक जिंदा बिजली के तार पर गलती से कदम रख बैठे। मृतकों की पहचान बोलराम गलेल और उनकी पत्नी बाला गलेल के रूप में हुई है, जो गेरूपुट गांव के निवासी थे।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, यह जोड़ी जंगल में लकड़ी इकट्ठा करने गई थी, लेकिन शाम तक घर वापस नहीं लौटी। आसपास के लोग और पड़ोसी चिंतित हो गए और रात में उनकी तलाश शुरू की। देर रात उनकी लाशें जंगल में पाई गईं। स्थानीय लोगों का अनुमान है कि दंपति ने गलती से उस जिंदा तार पर कदम रख दिए, जिसे जंगली सुअरों को पकड़ने के लिए लगाया गया था, और इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। नंदापुर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू की। पुलिस ने यह आश्वासन दिया कि इस अपराध में शामिल लोगों को जल्द ही पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामला ओडिशा के कोरापुट जिले के नंदापुर थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने कहा, 'हमें स्थानीय लोगों से इस घटना के बारे में जानकारी मिली है। यह हादसा बिजली के तार के कारण हुआ। कुछ शिकारियों ने जंगल में यह तार बिछाया था। दंपति लकड़ी इकट्ठा करने गए थे। अब मामले की जांच चल रही है, मृतक के परिवार वालों से शिकायत मिलने के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में केस नं 11/25 दर्ज किया गया है और BNS की धारा 105 और 3(5) के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।'
गौरतलब है कि अक्सर शिकार करने के लिए शिकारी इस तरह के बिजली के तार बिछाते हैं, जिसकी चपेट में कई बार आम आदमी आ जाता है और अपनी जान गंवा बैठता है। (ओडिशा से शुभम कुमार की रिपोर्ट)