लंदन: ब्रिटेन की अदालत ने 17 साल के एक लड़के को 52 साल की सजा सुनाई है। हालांकि उसकी उम्र सजा सुनाए जाने के दौरान अब 18 वर्ष हो चुकी है। मगर जुर्म के समय अपराधी की उम्र महज 17 वर्ष ही थी। इतनी कम उम्र में उसने दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया था, जिसके चलते अदालत ने उसे इतनी कड़ी सजा दी है।
बता दें कि गत जुलाई में उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड के साउथपोर्ट में टेलर स्विफ्ट थीम पर आधारित योग और नृत्य कार्यशाला में अपराधी ने 3 स्कूली छात्राओं की चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी। उसने अपराध स्वीकार भी कर लिया था। इस जुर्म में बृहस्पतिवार को 18 वर्षीय हमलावर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इसके तहत उसे पैरोल पर विचार करने से पूर्व न्यूनतम 52 वर्ष की सजा होगी। एक्सल रुदाकुबाना (जो घातक हमले के समय 17 वर्ष का था) ने यह भी स्वीकार किया कि उसने साउथपोर्ट के हार्ट स्पेस में योग प्रशिक्षक लीन लुकास और व्यवसायी जॉन हेस के साथ-साथ सात से 13 वर्ष की आयु के आठ अन्य बच्चों की हत्या का प्रयास किया था।
1 साल और होती उम्र तो कभी जेल से बाहर नहीं आ पाता अपराधी
लिवरपूल क्राउन कोर्ट में सजा पर सुनवाई की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति जूलियन गूज ने कहा कि यदि हमले के समय रुदाकुबाना की उम्र 18 वर्ष होती तो उसे आजीवन कारावास की सजा मिलती, जिसका अर्थ होता कि उसकी रिहाई की कोई संभावना नहीं होती। न्यामूर्ति गूज ने कहा, ‘‘उसे अपनी पूरी जिंदगी हिरासत में ही गुजारनी होगी। मुझे लगता है कि संभवत: उसे कभी रिहा नहीं किया जाएगा और वह अपनी पूरी जिंदगी हिरासत में ही रहेगा।’’ (भाषा)