Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 07, 2025, 09:56 IST
Mahah Kumbh 2025: 70 साल के लक्ष्मण नामदेव गढ़वीर 1000 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर प्रयागराज जा रहे हैं. वह 6 महीने से 30 किलो वजन लेकर नगाड़ा बजाते हुए चल रहे हैं.
लक्ष्मण नामदेव गढ़वीर.
हाइलाइट्स
- 70 साल के लक्ष्मण 1000 किमी पैदल यात्रा पर हैं.
- लक्ष्मण नगाड़ा बजाते हुए अमन का संदेश दे रहे हैं.
- प्रयागराज में पिंडदान और श्रद्धांजलि देंगे.
सागर. प्रयागराज कुंभ के लिए इस समय देशभर के लोगों में गजब की आस्था देखने को मिल रही है, बच्चों से लेकर युवा, साधु-संतों और बुजुर्गों में कुंभ को लेकर अलग ही उत्साह नजर आ रहा है. ऐसे ही लक्ष्मण नामदेव गणवीर में प्रयागराज पहुंचने का जज्बा जुनून और समर्पण देख आप भी तारीफ करें बिना नहीं रह पाएंगे. 70 साल के लक्ष्मण 1000 किलोमीटर की पैदल यात्रा का संकल्प लेकर निकले हैं.
वह पिछले 6 महीने से अपने पीठ पर 30 किलो वजन लादकर नंगे पैर चल रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी इस यात्रा का संदेश दूसरों तक देने नगाड़ा बजाते हुए यह सफर कर रहे हैं. अपने इसी सफर के दौरान इंदौर, उज्जैन, देवास से होते हुए सागर पहुंचे हैं, अमन चैन शांति का संदेश देने यह यात्रा निकाल रहे हैं.
6 महीने से 30 kg वज़न लेकर चल रहे
दरअसल, 70 साल के लक्ष्मण नामदेव गणवीर इंदौर जिले के राजवाड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं. पिछले लंबे समय से यह शादी विवाह में ढोल बजाने का काम करते आ रहे हैं. इनके दो बेटे और दो बेटियां हैं, दोनों बेटियों की शादी हो गई. एक बेटा होटल मैनेजमेंट का काम करता है तो दूसरा LIC में है. घर में नाती पोता भी हैं. लक्ष्मण नामदेव ने 6 महीने पहले 7 जुलाई 2024 को अपनी यह यात्रा शुरू की थी, जिसमें वे रोजना 5 से लेकर 20 किलोमीटर तक की यात्रा करते हैं. इसमें वह अपने हाथों में घुंघरू और सीने पर लटकाए ढोल को बजाते ही चलते हैं,
प्रयागराज में पिंडदान करेंगे
बुजुर्ग की यात्रा का क्या मकसद है इसके लिए वह एक फ्लेक्स भी बनवाए हुए हैं जो ढोल के आगे बांध रखा है, जिसे पढ़ कर लोग समझ जाते हैं. लक्ष्मण बताते हैं कि अपनों के लिए जिया तो क्या जिया दूसरों के लिए जी कर देखो अलग ही खुशबू आती है. बीते साल में चाहे पुलवामा में शहीद हुए सैनिक हो, बोर्डर पर शहीद हो, कोरोना काल में मृत हुए लाखों लोग हो, या अन्य प्रकार से लोग नेता अभिनेता महापुरुष गायक को श्रद्धांजलि अर्पित करने और माता पिता के पिंडदान गया जी करेंगे. इस कारण वह विश्व एकता कावड़ यात्रा निकाल रहे हैं.
‘हम जागेंगे तो दुनिया जागेगी’
लक्ष्मण नामदेव गढ़वीर जो प्रयागराज गया जी पहुंच जाएंगे तो वहां पर इन सभी को श्रद्धांजलि देंगे. नगाड़ा बजाते हुए यात्रा करने को लेकर उनका कहना है कि हम जागेंगे तो दुनिया जागेगी, हम सोएंगे तो दुनिया सो जाएगी, इसलिए लोगों को जगाने के लिए यह ढोल बाजार रहा हूं.
Location :
Sagar,Madhya Pradesh
First Published :
February 07, 2025, 09:56 IST
70 की उम्र में 1000 km का सफर, नगाड़ा बजाते हुए पैदल प्रयागराज जा रहा यह शख्स