Last Updated:February 07, 2025, 11:59 IST
Hanuman Aur Shanidev Ki Katha: हनुमान जी की अगर कोई सच्ची आस्था के साथ पूजा करता है तो शनिदेव कभी भी उस जातक को परेशान नहीं करते हैं. ऐसा क्यों है इसके पीछे एक रोचक कथा है जिसका जिक्र यहां किया गया है.
![शनिदेव का कैसे हनुमान जी ने तोड़ा था घमंड, पूंछ में बांधकर किया था बुरा हाल शनिदेव का कैसे हनुमान जी ने तोड़ा था घमंड, पूंछ में बांधकर किया था बुरा हाल](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/shanidev-2025-02-68c99eb4ff78a35d9d9da1543179350f.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
हनुमान जी ने जब तोड़ा था शनिदेव का घमंड, जानें पौराणिक कथा
हाइलाइट्स
- हनुमान जी ने शनिदेव का घमंड तोड़ा.
- शनिदेव ने हनुमान जी से माफी मांगी.
- हनुमान जी की पूजा करने वालों को शनिदेव नहीं सताते.
Hanuman Aur Shanidev Ki Katha: एक समय की बात है पवनपुत्र हनुमान अपने आराध्य श्री राम के जाप में लीन थे. उनकी भक्ति में इतनी तल्लीनता थी कि उन्हें बाहरी दुनिया का कोई भान नहीं था. तभी वहां से शनिदेव गुजरे. अपने अहंकार में डूबे शनिदेव ने हनुमान जी के जाप में बाधा डालने की ठान ली. शनिदेव ने हनुमान जी का ध्यान भंग करने के लिए अनेक प्रयास किए. उन्होंने अपनी शक्ति का घमंड दिखाकर उन्हें डराने की भी कोशिश की लेकिन हनुमान जी अपनी भक्ति में अटल रहे.
क्रोधित हुए शनिदेव
हनुमान जी की इस कदर भक्ति देख शनिदेव का क्रोधित हो गए. अंत में शनिदेव ने हनुमान जी को चुनौती दे डाली. हनुमान जी ने उनसे कहा कि वे अभी अपने आराध्य श्री राम का ध्यान कर रहे हैं और उनकी शांति भंग न करें. लेकिन शनिदेव ने उनकी बात अनसुनी कर दी और उनकी बांह पकड़ ली.
शनिदेव का टूटा ता घमंड
हनुमान जी को क्रोध आ गया और उन्होंने शनिदेव को अपनी पूंछ में लपेट लिया. इतने में भी शनिदेव उन्हें ललकारते रहे और कहा कि “तुम क्या, तुम्हारे श्रीराम भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते.” शनिदेव के इन वचनों को सुनकर हनुमान जी का क्रोध और बढ़ गया. उन्होंने अपनी पूंछ में लपेटकर शनिदेव को पत्थर पर पटकना शुरू कर दिया. शनिदेव का हाल बेहाल हो गया.
शनिदेव ने मांगी माफी
अंत में शनिदेव ने हनुमान जी से माफी मांग ली. तब हनुमान जी ने उनसे कहा कि भविष्य में ऐसी उद्दंडता न करें और न ही उनके भक्तों को सताएं. तब से शनिदेव हनुमान जी की पूजा करने वालों को परेशान नहीं करते हैं.
यह कथा हमें सिखाती है कि अहंकार हमेशा हारता है और भक्ति में ही सच्ची शक्ति होती है. हनुमान जी की भक्ति और विनम्रता ने शनिदेव के अहंकार को चूर-चूर कर दिया.
First Published :
February 07, 2025, 11:59 IST