Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 02, 2025, 19:55 IST
Barat reached successful BMW: हजारीबाग के कर्जन ग्राउंड में आयोजित सामूहिक विवाह उत्सव में 100 जोड़ों ने सात फेरे लिए. सांसद मनीष जायसवाल की पहल पर यह आयोजन किया गया, जहां हर जोड़े की शादी को गरिमा और आनंद के साथ संपन्...और पढ़ें
बीएमडब्ल्यू और दूल्हा सोनू, दुल्हन पम्मी
हाइलाइट्स
- 100 जोड़ों ने सामूहिक विवाह में लिए सात फेरे.
- दिव्यांग जोड़े की शादी ने सबकी आंखें नम कर दीं.
- BMW में बारात आने से लोगों की खुशी छलकी.
Barat Procession successful BMW: कहते हैं कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं और धरती पर उनका मिलन होता है. हजारीबाग में रविवार को आयोजित सांसद सामूहिक विवाह उत्सव में यह कहावत साकार होती दिखी, जब एक दिव्यांग जोड़े की शादी ने हर किसी की आंखें नम कर दीं. यह विवाह सिर्फ एक सामाजिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रेम, सम्मान और समानता की एक मिसाल बन गया.
100 जोड़ों ने लिए सात फेरे
हजारीबाग के कर्जन ग्राउंड में आयोजित सामूहिक विवाह उत्सव में 100 जोड़ों ने सात फेरे लिए. सांसद मनीष जायसवाल की पहल पर यह आयोजन किया गया, जहां हर जोड़े की शादी को गरिमा और आनंद के साथ संपन्न कराया गया. लेकिन इन सभी में सबसे खास शादी थी सोनू कुमार और पम्मी कुमारी की. दोनों दिव्यांग हैं और बैसाखी के सहारे चलते हैं. उनके परिवार लंबे समय से उनकी शादी करवाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उचित रिश्ता नहीं मिल पा रहा था. सांसद के सहयोग से यह शुभ कार्य संपन्न हुआ और इसे और भी यादगार बनाने के लिए दूल्हे को बीएमडब्ल्यू जैसी लक्जरी कार में बिठाकर विवाह स्थल तक लाया गया.
BMW में आई बारात
बारात के इस भव्य आगमन ने वहां मौजूद लोगों को भावुक कर दिया. सोनू ने उत्साह से कहा कि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मेरी बारात बीएमडब्ल्यू में जाएगी. यह सब सांसद जी की बदौलत संभव हुआ. मैं बहुत खुश हूं. वहीं, पम्मी की खुशी भी देखने लायक थी. उसने मुस्कुराते हुए कहा कि मेरा पति लकी है, इसलिए बीएमडब्ल्यू में आया.
पम्मी के पिता के लिए यह विवाह किसी सपने के सच होने जैसा था. एक दिव्यांग बेटी का विवाह करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन इस सामाजिक प्रयास ने उनकी चिंता दूर कर दी.
सांसद मनीष जायसवाल ने इस मौके पर कहा, “हमारा प्रयास था कि इस दिव्यांग जोड़े को सम्मान और खुशी का अनुभव हो. बीएमडब्ल्यू से दूल्हे को लाने का विचार इसी सोच का हिस्सा था, ताकि वे भी खुद को विशिष्ट महसूस करें.
Location :
Hazaribagh,Jharkhand
First Published :
February 02, 2025, 19:55 IST