Last Updated:February 05, 2025, 19:00 IST
Umlingala Pass Road : भारत के लद्दाख में उमलिंगला दर्रे पर 19,300 फुट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची सड़क है, जिसे बीआरओ ने बनाया है. यह सड़क चिसुमले-डेमचोक रोड के नाम से जानी जाती है.
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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने लगभग चार महीने तक सर्वेक्षण कर इसे दुनिया की सबसे ऊंची सड़क होने का प्रमाणपत्र जारी किया.
हाइलाइट्स
- लद्दाख में उमलिंगला पास रोड दुनिया की सबसे ऊंची सड़क है
- यह सड़क लद्दाख में 19,300 फुट की ऊंचाई पर स्थित है
- बीआरओ ने इस सड़क का निर्माण अगस्त 2021 में पूरा किया
Umlingala Pass Road: क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे ऊंची सड़क किस देश में स्थित है? मोटर वाहन योग्य दुनिया की सबसे ऊंची सड़क का कीर्तिमान भारत के नाम पर दर्ज है. यह सड़क पूर्वी लद्दाख में उमलिंगला दर्रे पर 19,300 फुट की ऊंचाई पर है. इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने किया है. इसे चिसुमले-डेमचोक रोड भी कहते हैं. 52 किलोमीटर लंबी यह सड़क उमलिंगला के जरिये पूर्वी लद्दाख के चुमार सेक्टर को जोड़ती है.
चिसुमले-डेमचोक सड़क से पहले यह रिकॉर्ड बोलिविया की उतरुंकू ज्वालामुखी से जोड़ने वाली सड़क के नाम था. बोलिविया की यह सड़क समुद्र तल से 18,953 फीट (5,777 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित है. उमलिंगला दर्रे की सड़क पूर्वी लद्दाख के चुमार सेक्टर के महत्वपूर्ण कस्बों को जोड़ती है. यह स्थानीय आबादी के लिए वरदान साबित हुई है. क्योंकि यह लेह से चिसुमले और डेमचोक को जोड़ने वाला एक सीधा वैकल्पिक मार्ग है. इससे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति बेहतर हुई और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यह जगह भारत-चीन सीमा से कुछ ही दूरी पर स्थित है.
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-40 डिग्री तक चला जाता है तापमान
लद्दाख के बर्फीले रेगिस्तान में 19,300 फीट (5,883 मीटर) की ऊंचाई पर उमलिंग ला (पास या दर्रा) में ठंड के मौसम में तापमान माइनस 40 डिग्री तक नीचे चला जाता है. इस ऊंचाई पर ऑक्सीजन का स्तर सामान्य स्थान की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत कम होता है. इस सड़क का निर्माण कार्य अगस्त 2021 में पूरा हुआ था और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 29 दिसंबर 2021 को इसका उद्घाटन किया था.
एवरेस्ट बेस कैंप से अधिक ऊंचाई
फ्रीजिंग पाइंट परियोजना के अंतर्गत बनायी गयी इस सड़क का निर्माण माउंट एवरेस्ट बेस कैंप से अधिक ऊंचाई पर किया गया है. दुनिया की इस सबसे ऊंची चोटी का साउथ बेस कैंप नेपाल में 17,598 फीट की ऊंचाई पर है, जबकि तिब्बत में नॉर्थ बेस कैंप 16,900 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. एक अन्य उदाहरण से इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि सियाचिन ग्लेशियर की ऊंचाई 17,700 फीट है जबकि लेह का खारदुंग ला 17,582 फीट की ऊंचाई पर है. इससे इस सड़क की ऊंचाई का अनुमान लगाने में आसानी होगी.
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गिनीज बुक ने दी सबसे ऊंची सड़क की मान्यता
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने लगभग चार महीने तक सर्वेक्षण कर इसे दुनिया की सबसे ऊंची सड़क होने का प्रमाणपत्र जारी किया. दूसरे नंबर पर बोलिविया की उतरुंकू ज्वालामुखी से जोड़ने वाली सड़क है, जो समुद्र तल से 18,953 फीट (5,777 मीटर) की ऊंचाई पर है. उत्तराखंड का माना पास मार्ग तीसरे नंबर पर है, जो 18,406 फीट (5,610 मीटर) की ऊंचाई से गुजरता है. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) यह उपलब्धि अपने कर्मियों के साहस और विपरीत मौसमी स्थितियों में ऊंचे स्थानों पर कार्य करने की क्षमता और कुशलता के चलते प्राप्त कर सका है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 05, 2025, 19:00 IST