Last Updated:January 11, 2025, 21:57 IST
Pratistha Dwadashi of Ram Temple : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के वर्षगांठ को प्रतिष्ठा द्वादशी का नाम दिया गया है. जिस तरह हर साल होली, दीपावली, रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. उसी...और पढ़ें
अयोध्या : मंदिर और मूर्तियों की नगरी अयोध्या में एक के बाद एक उत्सव इतिहास के पन्नों में दर्ज हो रहें हैं. 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे. अब रामलला को विराजमान हुए 1 साल पूरे हो गए हैं. पंचांग के अनुसार रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा पौष महीने की द्वादशी तिथि को हुई थी. इसी कारण राम मंदिर की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी से 13 जनवरी के बीच मनाई जा रही है. राम मंदिर ट्रस्ट ने दीपावली, रामनवमी, होली की तरह प्रतिष्ठा द्वादशी के पर्व को मनाने का निर्णय लिया है .
गौरतलब है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ हिंदू पंचांग के अनुसार मनाई जा रही है . प्राण प्रतिष्ठा पहली बार बार 11 जनवरी को पड़ रही है और इसी साल ये तिथि 31 दिसंबर को भी आ रही है. इस साल यह पर्व दो बार मनाया जाएगा.
हर साल मनाया जाएगा प्रतिष्ठा द्वादशी का पर्व
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि प्रतिष्ठा द्वादशी का उत्सव अंतरराष्ट्रीय फलक पर मनाया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के हर मंदिर में दीपक जलाए गए थे. ऐसे ही प्राण प्रतिष्ठा के वर्षगांठ का उत्सव मनाया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के वर्षगांठ को प्रतिष्ठा द्वादशी का नाम दिया गया है. जिस तरह हर साल होली, दीपावली, रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. उसी तरह प्रतिष्ठा द्वादशी का पर्व भी मनाया जाएगा.