Agency:IANS
Last Updated:February 07, 2025, 12:21 IST
RBI द्वारा रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर में नई तेजी आएगी, घर खरीदना आसान होगा और होम लोन की दरें घटेंगी. विशेषज्ञों ने इस फैसले का स्वागत किया.
![रियल एस्टेट सेक्टर में नई तेजी की उम्मीद रियल एस्टेट सेक्टर में नई तेजी की उम्मीद](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/real-estate-budget-2025-02-72860637acc445fa92f8b677d7ec1ee3.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
रेपो रेट में कटौती से हाउसिंग मांग बढने की उम्मीद है.
हाइलाइट्स
- रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती से रियल एस्टेट में तेजी आएगी.
- होम लोन की दरें घटेंगी, घर खरीदना आसान होगा.
- विशेषज्ञों ने RBI के फैसले का स्वागत किया.
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के फैसले का रियल एस्टेट उद्योग ने स्वागत किया है. उद्योग जगत का मानना है कि ब्याज दरों में कमी से घर खरीदारों को प्रोत्साहन मिलेगा और होम लोन की दरें घटने से आवासीय बाजार में तेजी आएगी. शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद रेपो दर 6.50% से घटकर 6.25% कर दी गई. आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि समिति ने सर्वसम्मति से तटस्थ रुख बनाए रखने का निर्णय लिया है और विकास को समर्थन देने के साथ-साथ मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
क्रेडाई नेशनल के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि यह फैसला हाल ही में पेश किए गए केंद्रीय बजट में आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए की गई घोषणाओं को मजबूत करता है. उन्होंने आगे कहा कि नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में 50 बेसिस पॉइंट की कमी के बाद बैंकिंग प्रणाली में पहले से ही पर्याप्त तरलता आई थी और यह मौद्रिक नीति का एक आवश्यक और पूरक कदम था. ईरानी ने उम्मीद जताई कि अगली एमपीसी बैठक में और कटौती से विशेष रूप से मध्यम आय वर्ग और किफायती हाउसिंग सेगमेंट में मांग को मजबूती मिलेगी.
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नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि यह रणनीतिक निर्णय ऐसे समय पर आया है जब मुद्रास्फीति नियंत्रण में है, राजकोषीय घाटा स्थिर है और आर्थिक विकास की गति बनी हुई है. उन्होंने कहा, “ब्याज दरों में कटौती से बाजार में स्थिरता और मजबूती आएगी, जिससे रियल एस्टेट क्षेत्र को सकारात्मक प्रभाव मिलेगा.”
घरों की बढ़ेगी डिमांड
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल के अनुसार, इस कटौती से होम लोन की मांग बढ़ेगी, जिससे आवास अधिक किफायती होगा और रियल एस्टेट बाजार को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा, “ब्याज दरों में कमी से विशेष रूप से 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों की मांग में वृद्धि होगी, जहां हाल के वर्षों में मंदी देखी गई थी.”
बाजार की बाधाएं होंगी कम
मई 2020 के बाद यह पहली बार है जब आरबीआई ने ब्याज दरों में कटौती की है. इससे न केवल खपत और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बैंकिंग प्रणाली में बढ़ी हुई तरलता से बुनियादी ढांचा और आवास क्षेत्र को भी फायदा होगा. उद्योग जगत को उम्मीद है कि इस फैसले से होम लोन की ब्याज दरों में कमी आएगी, जिससे घर खरीदने की प्रक्रिया आसान होगी और रियल एस्टेट क्षेत्र में नई तेजी देखने को मिलेगी.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 07, 2025, 12:21 IST