भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने रेपो रेट में 25 आधार अंक (0.25%) की कटौती कर इसे 6.25% तक लाने का निर्णय लिया है। इससे आने वाले दिनों में होम लोन की ईएमआई घटेगी। इसका फायदा लाखों होम बायर्स को मिलेगा। लंबे समय से होम बायर्स अपनी ईएमआई घटने का इंतजार कर रहे थे। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में रेपो रेट में और कटौती होगी। इससे होम लोन पर ब्याज दरें घटेंगी। इसका फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को भी मिलेगा। घरों की मांग बढ़ेगी, जो इस सेक्टर को बूस्ट करेगा। आइए जानते हैं कि रेपो रेट कटौती पर उद्योग जगत के विशेषज्ञों का क्या है कहना है।
प्रीमियम रियल एस्टेट सेगमेंट के लिए एक स्वागत योग्य कदम
कॉन्शिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के बिजनेस हेड मोहित अग्रवाल ने कहा, "आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 25 बीपीएस की कटौती करके इसे 6.25% करने का फैसला प्रीमियम रियल एस्टेट सेगमेंट के लिए एक स्वागत योग्य कदम है। लगातार 11 बार रेट होल्ड करने के बाद, इस कटौती से आवास की मांग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। कम उधारी लागत से लग्जरी घर खरीदने वालों और निवेशकों के लिए अफोर्डिबिलिटी बढ़ेगी, जिससे हाई-एंड आवासीय बाजारों में मांग बढ़ेगी। यह रेट कट एमपीसी के तटस्थ रुख के साथ मिलकर स्थिरता का संकेत देती है, जिससे एचएनआई और एनआरआई रणनीतिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।"
घर खरीदना होगा आसान
बीपीटीपी के सीएफओ मानिक मलिक ने कहा, "रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती करके इसे 6.25% करना अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक कदम है, खासकर रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए। पॉलिसी रेट में इस बदलाव से उधार लेने की लागत कम होने की उम्मीद है, जिससे डेवलपर्स और घर खरीदने वाले दोनों को लाभ होगा। डेवलपर्स को कम उधार दरों के माध्यम से वित्तीय राहत मिलेगी, जिससे परियोजना निष्पादन में आसानी होगी और निर्माण लागत को प्रबंधनीय बनाए रखा जा सकेगा। घर खरीदने वालों के लिए, रेपो दर में यह कमी घर के लोन की ईएमआई में कमी लाएगी, जिससे घर खरीदना आसान हो जाएगा।"
बढ़ेगी हाउसिंग डिमांड
व्हाइटलैंड कॉरपोरेशन के डायरेक्टर स्ट्रैटेजी सुदीप भट्ट ने कहा, "आरबीआई द्वारा पॉलिसी रेपो रेट को 25 आधार अंकों से घटाकर 6.25% करने का फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बेहद सकारात्मक कदम है। लगातार 11 बार रेट होल्ड करने के बाद, यह कटौती होम लोन को और अधिक किफायती बनाकर हाउसिंग डिमांड को बहुत जरूरी बढ़ावा देगी। कम ब्याज दरों का मतलब है कि ईएमआई कम होगी, घर खरीदने वालों की क्रय शक्ति बढ़ेगी और अधिक लोग प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।"
आएंगे नए प्रोजेक्ट्स
रेपो रेट में में 25 आधार अंकों की कटौती का स्वागत करते हुए नारेडको के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हरि बाबु ने कहा, "इस कटौती का समग्र क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिससे होम लोन अधिक किफायती हो जाएगा और आवास की मांग बढ़ेगी। इसके साथ ही मांग बढ़ने से यह डेवलपर्स को नई परियोजनाएँ शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। मानसुम के अनंतराम वरयूर ने कहा, “इस कटौती से ऋण का भार कम पड़ेगा जिसका लाभ घर खरीदारों को मिलेगा, जिससे वरिष्ठ आवास अधिक किफायती और आकर्षक बनेंगे।
इकोनॉमी को होगा फायदा
नितेश कुमार एमडी और सीईओ इमामी रियल्टी ने कहा, “यह कटौती आर्थिक विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी और बाजार की धारणा को बढ़ाएगी। रेट कट से उधार लेने की लागत कम होगी, जिससे व्यवसायों के लिए पूंजी तक पहुँचना और विस्तार परियोजनाओं में निवेश करना आसान हो जाएगा। रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए, ब्याज दरों में यह कमी विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह आवास और वाणिज्यिक संपत्तियों की मांग को बढ़ावा देगी। हमारा मानना है कि यह कदम एक अधिक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था में योगदान देगा।”
जरूरी था यह रेट कट
गौड़ ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन मनोज गौड़ का कहना है कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती एक बहुत ही सकारात्मक कदम है। आम जनता के अनुकूल बजट के बाद यह 25 बीपीएस की कटौती अर्थव्यवस्था में अच्छा प्रभाव डालेगी। इनकम टैक्स में छूट, दूसरे घर और किराये की आमदनी पर कर रियायत के साथ, यह न केवल बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ाएगी बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश की संभावनाओं को भी मजबूत करेगी। हाल ही में 50 बेसिस पॉइंट की सीआरआर कटौती के बाद यह मौद्रिक नीति बहुत जरूरी थी।
घर खरीदना होगा आसान
गंगा रियल्टी ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गर्ग ने कहा, 'आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.25% तक घटाने का फैसला एक स्वागत योग्य कदम है, जिससे घर खरीदने वालों और रियल एस्टेट सेक्टर को बड़ा फायदा मिलेगा। होम लोन पर ब्याज दरें कम होने से लोगों के लिए अपने सपनों का घर खरीदना आसान होगा, जिससे सभी वर्गों में मांग बढ़ेगी। यह कदम आवास को अधिक किफायती और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसके अलावा, यह रियल एस्टेट बाजार को गति देगा और कम ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए खरीदारों और निवेशकों को प्रोत्साहित करेगा।'
बढ़ेगी डिमांड
त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान ने कहा, "आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.25% तक कम करने का फैसला घर खरीदारों और रियल एस्टेट उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन है। होम लोन पर ब्याज दरें घटने से घर खरीदना अधिक सुलभ होगा, जिससे खरीदारों की खरीद क्षमता बढ़ेगी। इस कदम से बाजार में सकारात्मक माहौल बनेगा और पहली बार घर खरीदने वालों के साथ-साथ निवेशकों को भी कम ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करेगा। इस दर कटौती से किफायती से लेकर प्रीमियम हाउसिंग तक सभी वर्गों में मांग बढ़ेगी, जिससे बिक्री और सेक्टर की वृद्धि में इजाफा होगा।"
5 साल बाद घटा है रेपो रेट
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के फाउंडर और चेयरमैन, प्रदीप अग्रवाल का कहना है कि पांच साल बाद पहली बार आरबीआई ने रेपो रेट घटाकर 6.25% किया है, जो भारत के रियल एस्टेट बाजार के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है। कम ब्याज दरों से होम लोन सस्ता होगा, जिससे खासकर मध्यम आय वर्ग और प्रीमियम सेगमेंट के खरीदारों का भरोसा बढ़ेगा। रियल एस्टेट पहले से ही अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दे रहा है और यह कदम सेक्टर की तेज़ी से ग्रोथ, प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा फंडिंग और टिकाऊ शहरी विकास को मजबूती देने में मदद करेगा।