Last Updated:February 07, 2025, 20:04 IST
सर्च फॉर एक्ट्राटेरेस्ट्रियल इस्टीट्यूट की एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने बताया है कि एलियन्स पृथ्वी और हमें कैसे खोज सकते हैं. उन्होंने कई तरह के तकनीकी संकेतों की जानकारी का पता लगाया जिससे वे पृथ्वी को एक खास ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- SETI संस्थान ने एलियन्स की खोज के लिए तकनीकी संकेतों का विश्लेषण किया
- रेडियो तरंगों और वायुमंडलीय प्रदूषकों से एलियन्स पृथ्वी को पहचान सकते हैं
- जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप एलियन्स की खोज में मददगार हो सकता है
अक्सर एलियन्स का जिक्र होते ही यही सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता है कि हम उन्हें कैसे खोज सकते हैं. क्या हम उनका मुकाबला कर सकते हैं. क्या वे हमें खत्म कर देंगे. ये सवाल केवल किसी तरह की विज्ञान फंतासी फिल्म के नहीं है. बल्कि वैज्ञानिक भी इनका जवाब खोजते हैं. पर वे इन्हीं सवालों तक सीमित नहीं है. वे यह भी जानना चाहते हैं कि अगर हमारे जैसी तकनीकी वाले एलियन्स हैं, तो वे हमारी पृथ्वी और हमें कैसे खोजेंगे. जब उन्हें पृथ्वी दिखेगी तो मानवीय गतिविधियों को कैसे पहचानेंगे.
किन तरगों से होगी हमारी पहचान?
सर्च फॉर एक्ट्राटेरेस्ट्रियल इस्टीट्यूट (SETI) संस्थान की डॉ. सोफिया शेख के नेतृत्व में किए गए एक नए अध्ययन में इन सवालों के जवाब तलाशे गए हैं. इसमें शोधकर्ताओं ने उन्नत प्रोद्योगिकी के संकेतों का एक साथ विश्लेषण किया है जिन्हें टेक्नोसिग्नेटर कहते हैं. अब बंद हो चुकी एरेसीबो वेधशाला से निकलने वाले रेडियो तरंगों के रूप में संकेतों की पहचाने जाने की सबसे अधिक संभावना है. ये संकेत 12 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी से दिखाई देते हैं.
प्रदूषकों की पहचान
इसके अलावा वायुमंडलीय प्रदूषकों की भी कुछ कम दूरी से पहचाना जा सकता है. तकनीकी उन्नति के साथ वैज्ञानिक भी इसी तरह के संकेत दूर के बाह्यग्रहों से आते हुए पहचान कर बुद्धिमान बाहरी जीवन की खोज के तरीके निकाल सकते हैं. तमाम संकेतों में असामान्य और अप्राकृतिक रेडियो संकेत सबसे प्रमुख तरीका होंगे.
वैज्ञानिकों को कहना है की पृथ्वी से निकलने वाली कई तरह की तरंगें खासकर
असामान्य रेडियो तरंगे एलियन्स की मदद करेंगी.
उनके उन्नत टेलीस्कोप?
रेडियो तरंगों के अलावा अध्ययन में वायुमंडलीय टेक्नोसिग्नेटर्स की भी पड़ताल की गई जिसमें उद्योगों से निकलने वाला उत्पादन नाइट्रोजन डाइऑक्साइड भी शामिल है. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और हैबिटेबल वर्ल्ड्स ऑबजर्वेटरी जैसे उन्नत उपकरण खगलोविदों को इस तरह के संकेंत दूर के ग्रहों के वायुमंडलों में पहचानने में मदद करेंगे.
कितनी दूरी से?
शोधकर्ताओं का कहना है कि बाहरी जीवन के लोग भी इसी तरह के उन्नत तकनीकों के लैस हो सकते हैं जो की पृथ्वी के वायुमंडलीय प्रदूषण कोअधिकतम 5.7 प्रकाश वर्ष की दूरी से देख सकते हैं. यहां प्रोक्सिमा सेंचुरी के पार सबसे पास का बाहरी ग्रहों का सिस्टम है. औद्योगिक उत्सर्जन के असमान्य स्तरों को पहचान कर पता चल सकता है कि किसी ग्रह पर तकनीकी तौर पर उन्नत समाज रह रहे हैं.
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इसके और पास आने पर एलियन्स कुछ और संकेत समझ पाएंगे जैसे कि शहरों की रोशनी, गर्म इलाकों की भी पहचान कर सकेंगे. इसके अलावा सैटेलाइट और उनका कचरा भी उनके लिए एक अलग तरह का संकेत हो सकते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि दूर से खुद हमारी पृथ्वी के संकेतों को समझ कर हम भी एलियन्स को देखने के रास्ते निकाल सकते हैं.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
February 07, 2025, 20:04 IST
एलियन्स कैसे खोजेंगे हमको? नई रिसर्च ने बताए कई तरीके, पृथ्वी के किन संकेतों स