अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए 104 लोगों को लेकर बुधवार को एक अमेरिकी विमान पंजाब के अमृतसर में उतरा। जानकारी के अनुसार, अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार दोपहर यहां श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। विमान दोपहर 1.55 बजे यहां उतरा। इससे पहले की खबरों में दावा किया गया था कि 205 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 रवाना हुआ है। यह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों की पहली खेप है जिन्हें अमेरिकी सरकार ने निर्वासित किया है। इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बयान दिया है।
मायावाती बोलीं- अमानवीय तरीके से अमेरिका ने भारतीयों को भेजा
मायावती ने एक्स पर लिखा, 'महिलाओं व बच्चों सहित गुजरात, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों के 104 भारतीयों को हथकड़ी व पांव में बेड़ी डालकर अमानवीय तरीके से अमेरिका द्वारा सैन्य विमान से वापस भेजे गए भारतीयों का मामला अति-दुखद तथा देश के स्वाभिमान से जुड़ा व ठेस पहुंचाने वाला अति-चिन्तनीय। कैदियों से भी बदतर हालात में वापस लौटाए गए भारतीयों के सम्बंध में केन्द्र सरकार का आज संसद में दिया गया बयान घटना की गंभीरता एवं उससे भारतीयों को पहुँचने वाले दुख व शर्मिन्दगी को देखते हुए लीपापोती करने वाला ज्यादा व संतोषजनक कम। सरकार मामले को पूरी गंभीरता से ले।'
मायावती बोलीं- सरकार को सतर्क होने की जरूरत
मायावती ने आगे लिखा, 'अमेरिका को पुनः महान बनाने की नीति के तहत अवैध रूप से रहने वाले अन्य भारतीयों के भी वापस भारत भेजे जाने की चर्चा जोरों पर है, जिसको लेकर भारत सरकार को सतर्क होना जरूरी, ताकि अन्य भारतीय परिवारों को ऐसी पीड़ा व देश को ऐसा अनादर का सामना अब आगे न करना पड़े।' बता दें कि इनमें से ज्यादातर लोग गुजरात, पंजाब और हरियाणा के रहने वाले हैं। अभी तक इस विमान में 104 भारतीयों के होने की पुष्टि हुई है। जानकारी के अनुसार, गुजरात के 33, पंजाब के 30, यूपी के तीन, हरियाणा के 33, चंडीगढ़ के दो और महाराष्ट्र के तीन लोग विमान में सवार हैं।