Last Updated:February 07, 2025, 11:46 IST
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने FY25 के लिए जीडीपी विकास दर 6.4% और FY26 के लिए 6.7% रहने का अनुमान लगाया है. मुद्रास्फीति FY25 में 4.8% और FY26 में 4.2% रहने की उम्मीद है. कृषि और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में सुधा...और पढ़ें
![आरबीआई ने बताया कितनी रहेगी विकास दर, कौन से सेक्टर लौटाएंगे GDP की रौनक आरबीआई ने बताया कितनी रहेगी विकास दर, कौन से सेक्टर लौटाएंगे GDP की रौनक](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/01/GDP-2025-01-cbb0fd9657de74d9f5e152f5a5032617.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
हाइलाइट्स
- RBI ने FY25 के लिए GDP वृद्धि 6.4% और FY26 के लिए 6.7% अनुमानित की.
- FY25 में मुद्रास्फीति 4.8% और FY26 में 4.2% रहने की उम्मीद है.
- कृषि और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार से आर्थिक गतिविधियों में तेजी.
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 6.4% GDP वृद्धि का अनुमान लगाया है, जिसमें साल की दूसरी छमाही में कृषि और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन से तेजी आने की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2026 में यह दर 6.7% रहने की संभावना है. महंगाई दर घटने की उम्मीद है, जिसमें उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति 2025 में 4.8% और 2026 में 4.2% तक आ सकती है. खाद्य पदार्थों की महंगाई में राहत और पहले के नीतिगत उपायों से यह गिरावट संभव होगी. वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है. ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है, जबकि शहरी मांग थोड़ी सुस्त है. सरकार की नीतियां, टैक्स राहत और मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार ($630 बिलियन) स्थिरता बनाए रखने में मदद कर रहे हैं.
बता दें कि RBI ने 2020 के बाद पहली बार रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर 6.25% की है, जिससे कर्ज सस्ता होगा और निवेश व खपत को बढ़ावा मिलेगा. भारतीय रिज़र्व बैंक अपनी रिपोर्ट में FY25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास दर 6.4% और वित वर्ष 26 के लिए 6.7% रहने का अनुमान लगाया है. RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि वित वर्ष 26 की पहली तिमाही (Q1) में GDP विकास दर 6.7%, दूसरी तिमाही (Q2) में 7.0%, तीसरी तिमाही (Q3) में 6.5% और चौथी तिमाही (Q4) में 6.5% रहने का अनुमान है. यह आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं.
मुद्रास्फीति के मोर्चे पर RBI ने FY25 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति 4.8% रहने का अनुमान लगाया है, जबकि FY26 में यह घटकर 4.2% रहने की उम्मीद है. गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि खाद्य पदार्थों की कीमतों में स्थिरता और पिछली मौद्रिक नीतियों के सकारात्मक प्रभाव के कारण मुद्रास्फीति में कमी आई है. FY25 की चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति 4.4% और FY26 की पहली तिमाही में 4.5% रहने का अनुमान है.
रबी फसल के अच्छे उत्पादन से बड़ी राहत की उम्मीद
कृषि क्षेत्र में रबी फसल के अच्छे उत्पादन से खाद्य मुद्रास्फीति के दबाव में कमी आने की उम्मीद है, जिससे मुद्रास्फीति का स्तर स्थिर रह सकता है. हालांकि, गवर्नर ने यह भी स्वीकार किया कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है.
मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में खरीद प्रबंधक सूचकांक (PMI) ने लगातार मजबूती दिखाई है, जबकि ग्रामीण मांग में वृद्धि देखी जा रही है. हालांकि, शहरी मांग अभी भी सुस्त बनी हुई है. वित्त मंत्रालय द्वारा घोषित कर राहत उपायों, बेहतर कृषि उत्पादन, मजबूत व्यावसायिक मनोबल और सरकार की नीतिगत सहायता ने आर्थिक विकास को समर्थन दिया है.
विदेशी मुद्रा भंडार कितना?
31 जनवरी 2025 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 630 अरब डॉलर से अधिक हो गया है, जो 10 महीने से अधिक के आयात को कवर करने के लिए पर्याप्त है. यह भारत को बाहरी आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है. RBI ने वित्तीय वर्ष के लिए चालू खाता घाटा (CAD) को स्थिर स्तर पर रहने का अनुमान लगाया है, जो मैक्रोइकॉनमिक स्थिरता सुनिश्चित करेगा.
RBI ने नीतिगत रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 6.5% से घटाकर 6.25% कर दिया है. यह मई 2020 के बाद पहली बार है जब RBI ने रेपो दर में कटौती की है. गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि मुद्रास्फीति में कमी आई है और FY26 में यह लक्ष्य के और करीब आने की उम्मीद है.
इस कदम से उधारकर्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे आने वाले महीनों में खपत और निवेश में वृद्धि हो सकती है. RBI की यह नीति न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि मूल्य स्थिरता को भी सुनिश्चित करेगी.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 07, 2025, 11:46 IST