Last Updated:January 26, 2025, 12:38 IST
Sudan News: सूडान के फाशेर शहर में एक अस्पताल पर हमले में 70 लोगों की मौत हुई. WHO प्रमुख टेडरोस अदहानोम घेब्रेयेसस ने RSF को जिम्मेदार ठहराया है.
अफ्रीकी देश सूडान के हालात लगातार खराब हो रहे हैं. फाशेर शहर में एक अस्पताल पर हमले में 70 लोगों की मौत हो गई, जो इस क्षेत्र में एकमात्र कार्यशील अस्पताल था. यह हमला सूडान में गृह युद्ध के गहराने के साथ हुआ. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने रविवार को यह जानकारी दी. यह हमला सऊदी टीचिंग मातरनल अस्पताल पर हुआ. स्थानीय अधिकारियों ने हमले के लिए विद्रोही रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) को जिम्मेदार बताया है. यह हमला ऐसे समय में हुआ जब RSF को सूडानी सेना और उसके सहयोगियों के हाथों कुछ युद्ध क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा है.
शनिवार को सूडानी सेना के प्रमुख जनरल अब्देल-फत्ताह बुरहान ने खारतूम के उत्तर में एक जलते हुए तेल रिफाइनरी के पास अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, जिसे उनकी सेना ने RSF से छीन लिया था.
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता प्रयासों और दबाव के बावजूद RSF और उसके सहयोगी जनसंहार कर रहे हैं. संघर्ष में कोई कमी नहीं आई है. WHO के प्रमुख टेडरोस अदहानोम घेब्रेयेसस ने एक्स पर इस हमले के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस हमले में 70 मौतें और 19 लोग घायल हुए हैं. स्थानीय अधिकारियों और अन्य लोगों ने शनिवार को भी इसी आंकड़े का हवाला दिया था. सूडान में रिपोर्टिंग करना बहुत मुश्किल है क्योंकि संचार की समस्याएं हैं और दोनों पक्षों, RSF और सूडानी सेना द्वारा बढ़ा-चढ़ा कर जानकारी दी जाती है.
हालात बुरे
घेब्रेयेसस ने लिखा कि एल फाशेर, सूडान में सऊदी अस्पताल पर हुआ हमला न केवल दुखद है, बल्कि इसमें 70 मौतें और 19 लोग घायल हुए हैं, जिनमें मरीज और उनके परिवार वाले शामिल हैं. जब हमला हुआ तब अस्पताल में मरीजों का इलाज हो रहा था. उन्होंने यह भी बताया कि शनिवार को अल मलहा में एक अन्य स्वास्थ्य केंद्र पर भी हमला किया गया.
WHO प्रमुख ने कहा कि हम लगातार स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर हमलों को रोकने और क्षतिग्रस्त सुविधाओं को फिर से बहाल करने की अपील करते हैं. सबसे जरूरी बात यह है कि सूडान के लोगों को शांति चाहिए. शांति सबसे अच्छी दवा है. घेब्रेयेसस ने यह नहीं बताया कि हमला किसने किया, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने RSF को इसके लिए दोषी ठहराया है.
संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी क्लेमेंटाइन एनकेवेटा-सलामी, जो सूडान में मानवीय प्रयासों का समन्वय करती हैं, ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि RSF ने पहले ही सूडानी सशस्त्र बलों से शहर छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और एक आगामी हमले की योजना की बात की थी. मई 2024 से एल फाशेर RSF के घेराव में है. एल फाशेर के नागरिक पहले ही महीनों तक घेराबंदी, हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघनों का सामना कर चुके हैं. अब उनका जीवन अत्यंत खतरनाक स्थिति में है.
First Published :
January 26, 2025, 12:38 IST