Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 05, 2025, 16:58 IST
भीलवाड़ा में कई प्रकार की कश्मीरी वैरायटी के शॉल मिल रहे हैं, जो हाथ से बने होने के कारण सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. कश्मीरी व्यापारी बीते 13 सालों से लगातार विभिन्न वैराइटी के हाथों से बने वस्त्र लेकर भील...और पढ़ें
आरी और कानी प्रिंट की शॉल
हाइलाइट्स
- भीलवाड़ा में कश्मीरी वस्त्रों की 15 से अधिक वैरायटी उपलब्ध हैं.
- पशमीना और कश्मीरी शॉल भीलवाड़ा में पहली पसंद बन रहे हैं.
- लद्दाख की आरी और कानी प्रिंट सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है.
भीलवाड़ा:- वैसे तो आमतौर पर भीलवाड़ा अपने उघोगों में बनने वाले कपड़े को लेकर पूरी दुनिया में मशहूर है. वस्त्र नगरी के रूप में विख्यात भीलवाड़ा के लोगों के बीच इन दिनों कश्मीरी रंग छाया हुआ है. भीलवाड़ा कश्मीरी रंगों से सराबोर है. शहर के लोगों के बीच पशमीना और कश्मीरी शॉल पहली पसंद बन रहे हैं. यहां पर कई प्रकार की कश्मीरी वैरायटी के शॉल मिल रहे हैं, जो हाथ से बने होने के कारण सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. कश्मीरी व्यापारी बीते 13 सालों से लगातार विभिन्न वैराइटी के हाथों से बने वस्त्र लेकर भीलवाड़ा आ रहे हैं. शहर में सबसे ज्यादा लद्दाख की आरी और कानी प्रिंट पसंद की जा रही है, जो अपनी अनोखी डिजाइन और हाथ से बने होने के कारण आकर्षक है.
भीलवाड़ा में कश्मीरी वस्त्रों की 15 से अधिक वैरायटी मौजूद है, जिनकी कीमत 600 रुपये से लेकर 40 हजार तक है. इसके साथ ही वर्तमान में फरवरी यानी प्यार का महीना होने के कारण लोगों के बीच इसकी काफी अच्छी खरीदारी हो रही है. यहां पर आप अपनी पसंद के अनुसार विभिन्न प्रकार के कश्मीरी वस्त्र खरीद सकते हैं और अपने घर को सजाने के साथ-साथ अपने परिवार और दोस्तों को भी उपहार दे सकते हैं.
हैंडमेड बनते हैं पशमीना और कश्मीरी शॉल मफलर
कश्मीर के रहने वाले मोहम्मद यासीन रहमद ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि हर वर्ष हम राजस्थान में व्यापार करने के लिए आते हैं. हमारे पास विशेष तौर पर पशमीना और कश्मीरी शॉल मफलर सहित लेडीज और जेंट्स के कई वैरायटी के कश्मीरी वस्त्र लोगों को पसंद आ रहे हैं. उनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हैंडमेड होते हैं. हमारे पास 10 से 15 से अधिक तरह की वैरायटी मौजूद है. जिनकी कीमत की बात की जाए, तो 600 रुपये से लेकर 40 हजार तक है. राजस्थान के अलावा हमने दिल्ली मुंबई बिहार मध्य प्रदेश गुजरात में व्यापार किया हुआ है. लेकिन भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा हमें रुझान देखने को मिलता है.
लद्दाख की आरी और कानी प्रिंट बनी पसंद
मोहम्मद यासीन रहमद ने Local 18 बताया कि लद्दाख के आसपास कुछ ऐसे गांव हैं, जहां पर प्रमुख तौर पर शॉल पर आरी और कानी की तरह प्रिंटिंग का कार्य करते हैं. भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा इस तरह की प्रिंट पसंद की जा रही है. एक तरह से वस्त्र नगरी होने के कारण भीलवाड़ा के लोगों को कपड़ों को लेकर अच्छी समझ है, जिसमें लोग इस तरह की प्रिंट को सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं. वहीं पशमीना शॉल लद्दाख और कश्मीर में पाई जाने वाली भेड़ की राहों से बनाया जाता है, जिसकी वजह से यह बहुत खूबसूरत और बेहतरीन होती है. इसकी कीमत की बात की जाए, तो पशमीना शॉल की कीमत भी करीब लाखों रुपए तक पहुंच जाती है.
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
February 05, 2025, 16:58 IST