Last Updated:January 11, 2025, 20:30 IST
Samastipur News : पशु प्रेमी सागर कुमार ने इस मौके पर बताया कि उनका उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना है कि बेजुबान जानवरों के साथ भी इंसानियत से पेश आना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी बेजुबान जानवर को अपने दरवाजे पर देखें, तो...और पढ़ें
समस्तीपुर जिले के रोसरा प्रखंड क्षेत्र में एक अनोखा और दिल को छू लेने वाला मामला सामने आया है, जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां एक पशु प्रेमी ने आवारा कुत्ते के बच्चों के जन्म के बाद उसकी छठी मनाई और इसके साथ ही भोज का आयोजन भी किया. यह घटना जिले के रोसरा प्रखंड क्षेत्र के ढाब मोहल्ला की है, जहां कुत्ते के पांच बच्चों का जन्म हुआ था.
कड़ाके की ठंड में इन बच्चों को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने पहले इनको गर्म कपड़ों से ढका और फिर कुत्ते के बच्चों की छठी मनाने का फैसला किया. इस कार्यक्रम में ना केवल पशु प्रेमियों ने उत्साह के साथ भाग लिया, बल्कि सैकड़ों लोगों ने लजीज व्यंजनों का स्वाद भी लिया. इस आयोजन में डीजे पर नाचते हुए लोगों ने खुशी का इजहार किया.
क्या कहते हैं पशु प्रेमी
पशु प्रेमी सागर कुमार ने इस मौके पर बताया कि उनका उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना है कि बेजुबान जानवरों के साथ भी इंसानियत से पेश आना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी बेजुबान जानवर को अपने दरवाजे पर देखें, तो उसे मारने-पीटने के बजाय, कम से कम दो रोटियां दें और उसकी मदद करें. यह आयोजन समस्तीपुर जिले में पशु प्रेम और मानवता का अनोखा उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो यह साबित करता है कि अच्छे लोग अभी भी समाज में मौजूद हैं.
पशु प्रेमी सागर ने जब लोकल 18 से बातचीत किया तो उन्होंने कहा कि इस भोज में साढे 300 से 400 लोगों ने खाया. वही इस भोज का आयोजन में 20से 22 लोगों ने मिलकर किया था. और इस भोज के आयोजन में कल 20 हजार से 25000 रुपए का खर्चा आया. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से मनुष्य के बच्चों का जन्म उपरांत छठी का भोज किया जाता है और डीजे के साथ-साथ जो व्यंजन इस्तेमाल किया जाता है इस तरह हम लोगों ने कुत्ते के बच्चे के जन्म उपरांत छठी में किया है.