Last Updated:February 06, 2025, 13:32 IST
कबूतरों को दाना खिलाना एक अच्छा काम है और इसके कई धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी हैं. यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ावा देता है.
हाइलाइट्स
- कबूतरों को दाना खिलाने से पितृ दोष शांत होता है.
- यह ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को शांत करता है.
- कबूतरों को दाना खिलाने से मानसिक शांति मिलती है.
कबूतर शांति और प्रेम का प्रतीक है, जो हमारे आस-पास के वातावरण का एक अभिन्न हिस्सा हैं. हिंदू धर्म में कबूतरों को पवित्र पक्षी माना जाता है. कुछ लोग इन्हें यमराज का प्रतीक भी मानते हैं. उन्हें दाना खिलाना एक आम बात है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी छिपा है? आइए जानते हैं इस पर ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित अनिल शर्मा का क्या कहना है.
धार्मिक मान्यताएं: कबूतरों को दाना खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पितृ दोष शांत होता है. ऐसा माना जाता है कि कबूतरों में हमारे पूर्वजों की आत्माएं निवास करती हैं, इसलिए उन्हें दाना खिलाने से उनका आशीर्वाद मिलता है.
ज्योतिषीय महत्व: ज्योतिष शास्त्र में भी कबूतरों को दाना खिलाने का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि इससे ग्रहों की दशा शांत होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. कुछ ग्रहों के लिए विशेष प्रकार के दाने खिलाने की सलाह दी जाती है.
कबूतर को दाना खिलाने के लाभ
मानसिक शांति: कबूतरों को दाना खिलाने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है.
पुण्य की प्राप्ति: इसे एक पुण्य का कार्य माना जाता है, जिससे व्यक्ति के अच्छे कर्मों में वृद्धि होती है.
ग्रहों की शांति: ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को शांत करने में मदद करता है.
पितृ दोष निवारण: ऐसा माना जाता है कि इससे पितृ दोष शांत होता है और पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है.
सकारात्मक ऊर्जा: यह घर और आस-पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है.
क्या कबूतर को दाना खिलाने से किस्मत बदलती है?
यह कहना मुश्किल है कि कबूतर को दाना खिलाने से किसी की किस्मत बदलती है या नहीं. लेकिन इसे एक अच्छा काम माना जाता है और इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो हमारे जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है.
First Published :
February 06, 2025, 13:32 IST