Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 12:46 IST
Black Potato Farming : वे पिछले कई साल से सफेद आलू की खेती करते आ रहे थे. कुछ खास मुनाफा नहीं दिख रहा था. मजबूर होकर सफेद आलू के साथ काले आलू की खेती भी शुरू कर दी. इसके बाद जो हुआ दुनिया के सामने है.
काले आलू की खेती!
हाइलाइट्स
- बहराइच के किसान ने काले आलू की खेती शुरू की.
- काले आलू में सफेद आलू से तीन गुना अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट.
- काले आलू की डिमांड मार्केट में बढ़ रही है.
बहराइच. सफेद और लाल आलू तो आपने भी खाए होंगे. बाजार में ये आसानी से मिल जाते हैं. लेकिन एक ऐसा आलू भी है जिसके बारे में कम ही लोग जानते होंगे. यूपी के बहराइच जिले के मोहल्ला शेख दाहिर के रहने वाले किसान जियाउल हक पिछले कई सालों से सफेद आलू की खेती करते आ रहे थे. इसमें उनको कुछ खास मुनाफा नहीं दिख रहा था. अब उन्होंने सफेद आलू के साथ काले आलू की खेती भी शुरू कर दी है, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. काला आलू खाने में सफेद आलू की तरह ही स्वादिष्ट है. इसकी डिमांड भी मार्केट में अब खूब हो रही है.
तीन गुना अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट
काले आलू की ऊपरी सतह काली और आंतरिक भाग गहरे बैंगनी रंग का होता है. इसमे एंथोसायनिन की मात्रा ज्यादा होती है, जो इसे गहरा बैंगनी रंग देता है. काले आलू में सामान्य सफेद आलू की तुलना में दो से तीन गुना अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं. इसलिए ये खाने में भी स्वादिष्ट लगता है.
गोबर की खाद बेस्ट
काले आलू की खेती के लिए सही बीज का चयन करना बहुत जरूरी है. बहराइच के किसान जियाउल हक कहते हैं कि वे कई प्रजातियों के साथ मुख्य रूप से कुफरी नीलकंठ (काला आलू) की खेती कर रहे हैं. इसका बीज उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र बहराइच से प्राप्त किया है. इस आलू की बुआई 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच करने का सही समय है. खेत तैयार करने के लिए गोबर की खाद डालना बेस्ट है.
इतने दिनों में तैयार
खेत के एरिया के हिसाब से चूने का पाउडर और नीम का पाउडर डालकर मिट्टी को उपचारित करना भी जरूरी होता है. बुआई 8-8 इंच दूरी और 2-2 इंच गहराई में करनी चाहिए. हर दस दिन में फसल की सिंचाई करें. इसके लिए ड्रिप सिंचाई या पारंपरिक सिंचाई की विधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. 75 से 90 दिनों में फसल पक कर तैयार हो जाएगी.
Location :
Bahraich,Uttar Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 12:46 IST