किस दिन करें कन्या पूजन? भूलकर भी न करें ये गलती, जानें समय

2 hours ago 1

X

नवरात्रों

नवरात्रों में नौ कन्याओं का पूजन करना श्रेष्ठ

हरिद्वार: शारदीय नवरात्रि के दौरान पूरे भारत के लोग पूजा-पाठ करते हैं. व्रत रख मां की अराधना की जाती है. माना जाता है कि नवरात्रि के व्रत और पूजा तब तक सफल नहीं होती है, जब तक कन्या पूजन न किया जाए. छठे नवरात्रि के बाद लोग कन्या पूजन शुरू कर देते हैं. इसी बारे में लोकल 18 ने बात की पंडीत जी से और जाना की कैसे

नवरात्रि में नवमी तिथि का महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, मां दुर्गा स्वर्ग लोक से धरती लोक पर भक्तों का कल्याण करने के लिए आती हैं. नवरात्रि में नवमी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा कन्याओं के रूप में की जाती है. हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री ने लोकल 18 को बताया कि नवमी के दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा नौ कन्याओं के रूप में की जाती है, जिनकी उम्र 8 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.

कन्या पूजन का शास्त्रीय महत्व
शास्त्रों के अनुसार, जो भक्त अष्टमी या नवमी के दिन 7 कन्याओं का पूजन करते हैं, उन्हें नवरात्रि का संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होता. देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा जैसे 9 दिनों तक होती है, वैसे ही नवमी के दिन 9 कन्याओं का पूजन करना श्रेष्ठ माना जाता है. इस पूजा से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

इसे भी पढ़ें: Navratri 2024: मां दुर्गा का बहुत प्रिय हैं ये फूल, नवरात्रि के 9 दिन चढ़ाएं, फिर बरसेगी खूब कृपा

2024 में बन रहे हैं विशेष संयोग
हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री के अनुसार, साल 2024 में अष्टमी युक्त नवमी और नवमी युक्त दशमी का विशेष संयोग बन रहा है. नवमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर से शुरू होगी और 12 अक्टूबर की सुबह 10:57 बजे समाप्त होगी. हिंदू धर्म में उदिया तिथि में ही पर्व मनाने से उसका संपूर्ण फल प्राप्त होता है. इस कारण, 2024 में नवमी पर कन्या पूजन के लिए 12 अक्टूबर की सुबह 10:57 बजे से पहले कन्याओं का पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा. 10:58 बजे से दशमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी.

Tags: Dharma Aastha, Local18, Navratri Celebration

FIRST PUBLISHED :

October 9, 2024, 10:35 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article