Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 08, 2025, 13:24 IST
Parvovirus successful dogs symptoms: हजारीबाग में कुत्तों में तेजी से फैल रहे यह वायरस के कारण कई कुत्तों की जान जा रही है. इसका इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है, लेकिन कुछ तरीकों से बचाव किया जा सकता है.
पर्वो वायरस
हाइलाइट्स
- हजारीबाग में कुत्तों में पार्वो वायरस तेजी से फैल रहा है।
- रोजाना 15 से 20 मामले राजकीय पशु चिकित्सालय में आ रहे हैं।
- पार्वो वायरस से बचाव के लिए कुत्तों को वैक्सीन दिलवाएं।
हजारीबाग. झारखंड के हजारीबाग जिले में इन दिनों कुत्तों में पार्वो वायरस तेजी से फैल रहा है. राजकीय पशु चिकित्सालय के पेट क्लीनिक में रोजाना 15 से 20 मामले सामने आ रहे हैं. इसके अलावा, प्राइवेट क्लिनिक्स में भी इस वायरस से संक्रमित कुत्तों की संख्या बढ़ रही है. यह बीमारी कुत्तों के लिए बेहद खतरनाक है और कई मामलों में उनकी जान भी जा रही है.
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने कुत्तों को लेकर अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं. पार्वो वायरस जंगल की आग की तरह कुत्तों के बीच फैल रहा है. कटकमसांडी प्रखंड के बहीमर गांव से आए सुशील कुमार बताते हैं कि उन्होंने देशी नस्ल के कुत्तों को बचपन से पाला है. अचानक 7 दिन पहले उनके कुत्ते ने खाना-पीना छोड़ दिया और पतला मल करने लगा, जिसमें काफी दुर्गंध थी. पिछले तीन दिनों से वे कुत्ते को इलाज के लिए अस्पताल ला रहे हैं और अब उसकी हालत में सुधार है.
हाल के सालों में पार्वो वायरस कुत्तों के लिए सबसे बड़ी बीमारी बनकर उभरा है. हर साल इसके प्रकोप से अनगिनत कुत्तों की जान चली जाती है. सर्दियों के मौसम में यह वायरस सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है. हालांकि, इस वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन इसका उपचार अभी तक नहीं मिल पाया है.
पेट क्लीनिक हजारीबाग के डॉक्टर मजरूल हसन बताते हैं कि यह रोग कुत्तों के लिए बेहद खतरनाक है. इससे कुत्ते तेजी से संक्रमित होते हैं और धीरे-धीरे कमजोर हो जाते हैं. यह वायरस एक कुत्ते से दूसरे कुत्ते में तेजी से फैलता है, जिससे इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है. संक्रमित कुत्ते के मल, भोजन या संपर्क में आने से यह वायरस फैलता है. एक बार कुत्ता संक्रमित हो जाए, तो वह खाना-पीना छोड़ देता है, बार-बार उल्टी करता है और पतली दस्त होने लगती है.
दस्त में खून आना इसकी पहचान है. इससे पीड़ित कुत्ता महज तीन से चार दिनों में बेहद कमजोर हो जाता है. इसलिए लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी पशु अस्पताल में संपर्क करना चाहिए. इस वायरस से बचने के लिए कुत्तों को साफ जगह पर टहलाएं और उन्हें पार्वो का वैक्सीन अवश्य दिलवाएं।
Location :
Hazaribagh,Jharkhand
First Published :
February 08, 2025, 13:24 IST