पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय बजट को लेकर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने दावा किया कि शनिवार को जारी बजट में सीमावर्ती राज्य को एक बार फिर "अनदेखा" किया गया है और कुछ भी नहीं दिया गया है। इसे "चुनावी बजट" बताते हुए आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि इसमें केवल बिहार के लिए घोषणाएं की गई हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में अपना आठवां बजट पेश किया। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए मान ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में एक बार फिर पंजाब को "अनदेखा" किया गया है।
एमएमपी का जिक्र
भगवंत मान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "केंद्र सरकार ने पंजाब के किसानों और युवाओं को कुछ भी नहीं दिया है।" मुख्यमंत्री ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) या राज्य के उद्योग के लिए कोई पैकेज घोषित नहीं करने के लिए केंद्र की आलोचना की। उन्होंने कहा, "केंद्र ने न तो किसानों को उनकी फसलों पर एमएसपी दिया है और न ही राज्य को किसी उद्योग के लिए कोई पैकेज दिया है। पंजाब को ऐसा कुछ भी नहीं दिया गया है जिससे उसकी अर्थव्यवस्था और भविष्य में सुधार हो सके।"
सारी घोषणाएं बिहार के लिए
मान ने कहा, "यह बजट केवल चुनावी बजट है, जिसमें केवल बिहार राज्य के लिए घोषणाएं हैं।" उन्होंने कहा कि एक बार फिर केंद्र ने बजट में पंजाब और पंजाबियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। उन्होंने कहा, "लेकिन हम पंजाब को अपने पैरों पर खड़ा करेंगे।" (इनपुट- पीटीआई)
यह भी पढ़ें-
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में AAP को क्यों मिली करारी हार? बीजेपी ने कैसे बदल दिया 'खेल'
पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ मान सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’, मंत्री तक को नहीं बख्शा